बूंदी.राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रजवास की कक्षा नौ की छात्रा को स्कूल के ही शिक्षकों ने पहल करते हुए हियरिंग एड मशीन लगाकर उसकी जिंदगी आसान करने में मदद की है. स्थानीय विद्यालय में कार्यरत वरिष्ठ अध्यापक नितेश मंडोवरा ने बताया कि छात्रा दीपिका महावर जन्म से ही कभी पूरी तरह सुन नहीं पाई. माता-पिता की अज्ञानता व गरीबी के कारण छात्रा का कभी भी ठीक से इलाज भी नहीं हो पाया, जिससे उसकी जिंदगी परिवार के लिए बोझ बनती जा रही थी. विद्यालय की ओर से कई बार सरकार की ओर से लगने वाले मेडिकल कैम्प में भी बालिका को भेजा गया, परंतु बालिका की समस्या का निदान नहीं हो पाया.
मंडोवरा ने बालिका के माता-पिता की काउंसलिंग कर ऑडियोमेट्री टेस्ट कराया. इंडियन हियरिंग सोसायटी के डॉ. एफ के खान ने बताया कि दीपिका की स्थिति बहुत खराब थी. बचपन से इसके दोनों कानों में पर्दा नहीं है. इसका बायां कान पूरी तरह से निष्क्रिय हो चुका है तथा दाएं कान में 40 प्रतिशत क्षमता बची है. अब डिजिटल मशीन से यह बालिका सत्रह साल बाद अपनी नॉर्मल लाइफ आसानी से जी सकेगी.