जालोर : जिले के उम्मेदाबाद के राजकीय आयुर्वेद अस्पताल में डॉ. मुरारीलाल 2021 से कार्यरत थे. उनकी जिंदा जलने की सूचना के बाद परिजनों को बुलाया गया. जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम करके परिजनों को सुपुर्द किया गया.
यहां जानिए पूरा मामला : जिले के उम्मेदाबाद के आयुर्वेद अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक की जिंदा जलने से मौत हो गई. घटना की जानकारी के बाद बिशनगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और शव को राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और पोस्टमार्टम करके परिजनों को सुपुर्द किया. बिशनगढ़ थानाधिकारी निंबाराम ने बताया कि उम्मेदाबाद के आयुर्वेद हॉस्पिटल में डॉक्टर मुरारीलाल मीणा (45 वर्ष) चार साल से कार्यरत थे. वे यहां हॉस्पिटल परिसर में ही पीछे बने कमरे में बेटे और पत्नी के साथ रहते थे.
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परिवार में किसी की शादी थी, इसलिए दो महीने पहले ही परिवार के लोग जयपुर स्थित करतारपुरा भगवती नगर चले गए थे. इस कारण डॉक्टर मुरारीलाल मीणा इन दिनों अकेले रह रहे थे. रविवार को भी वे अकेले ही थे. अस्पताल में धुआं निकलता देख आसपास के लोगों ने सोमवार सुबह उम्मेदाबाद चौकी में सूचना दी. इसके बाद जालोर डीएसपी गौतम जैन व बिशनगढ़ थाना अधिकारी निंबाराम मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना किया. उन्होंने बताया कि स्मोकिंग के कारण आग लगने की बात सामने आ रही है.
घुटनों में दर्द के कारण उठने में थी परेशानी : थानाधिकारी ने बताया कि डॉ. मुरारीलाल यहां उम्मेदाबाद में 2021 से कार्यरत थे. शरीर व घुटनों में दर्द रहने के कारण चलने-फिरने व उठने-बैठने में दिक्कत रहती थी. आशंका जताई जा रही है कि स्मोकिंग के कारण घर में आग लगी. इस दौरान डॉक्टर कमरे में सो रहे थे. घुटनों में दर्द के कारण वे बिस्तर से उठ नहीं पाए और आग की चपेट में आ गए.