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शहीद संजय सिंह महाविधालय में शिक्षकों का प्रदर्शन, मानदेय बढ़ोतरी और ईपीएफ सुविधा की मांग - Kaimur Teacher Protest

Kaimur Teacher Protest: बिहार के कैमूर में शहीद संजय सिंह महाविधालय के शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया. इस दौरान मानदेय में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी और ईपीएफ खाता में रुपए देने की मांग की.

शहीद संजय सिंह महाविधालय में शिक्षकों का प्रदर्शन
शहीद संजय सिंह महाविधालय में शिक्षकों का प्रदर्शन

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 5, 2024, 10:46 PM IST

कैमूरः बिहार के भभुआ में शहीद संजय सिंह महाविद्यालय में शिक्षकों ने प्रदर्शन किया. 5 सूत्री मांगों के लेकर कॉलेज शिक्षक कर्मियों के द्वारा काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया गया है. शिक्षक के टीआर अंजू सिंह व मोहम्मद सलाउद्दीन ने जानकारी देते हुए बताया कि संजय सिंह महिला महाविद्यालय भभुआ को बिहार सरकार से स्थायी मान्यता प्राप्त है.

'कई बार कर चुके हैं मांग': यूजीसी से पंजीकृत सन 1981 से स्थापित जिले का उत्कृष्ट महिला शिक्षण संस्थान है. महाविद्यालय कर्मी अपनी सेवा व उपस्थित नियमित रूप से रखते हैं. अनुमंडल पदाधिकारी सचिव एवं जिला पदाधिकारी अध्यक्ष के संरक्षण में शिक्षण कार्य होता है. शिक्षकों ने कहा कि हमलोग बार-बार सरकार से मानदेय बढ़ाने की मांग की है लेकिन अब तक पूरा नहीं हुआ है. इसलिए हमलोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं.

"हमलोग अपनी मांग को लेकर आदेवन दिए थे. काफी दिनों के बाद कोई जबाव नहीं मिला है. इसलिए हमलोग संवैधानिक तरीके से अपना काम करते हुए विरोध कर रहे हैं. वेतन बढ़ोतरी और ईएल का पेमेंट नहीं मिलता है. वेतन में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाए."-अंजू सिंह, स्कूल की टीआर

'मानदेय में 50% की वृद्धि': पूर्व टीआई ने बताया कि आवेदन देने के बाद भी कोई फैसला नहीं लिया गया है. इसलिए हम सभी शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी काली पट्टी बांधकर कार्य करने को मजबूर हैं. अगर हमसभी की मांगें पूरी नहीं करती है तो हम सभी विवश होकर सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाने के लिए बाध्य हो जाएंगे. इसलिए हमारी मांग है की हमलेगों को मिल रहे मानदेय में 50% की वृद्धि की जाए. ईपीएफ लागू किया जाए और साल में एक बार की जगह दो बार महंगाई भत्ता मिले.

"हमलोगों का वेतन बहुत ही कम है. जो मानदेय मिलता है उसमें गुजारा नहीं होता है. हमलोगों की मांग है कि उसमें 50 प्रतिशत की वृद्धि की जाए. 2019 से ईपीएफ का खाता खुला है लेकिन उसमें आज तक रुपए नहीं आया है. हमलोगों की मांग है कि अब तक जितना ईपीएफ का रुपए होगा वह दे दिया जाए. साल में दो बार महंगाई भत्ता दिया जाए."-मो. सलाउदीन, पूर्व टी आर

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