नई दिल्ली:दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की ओर से आठ मई को आयोजित होने जा रहे रन फॉर विकसित भारत को लेकर डीयू के शिक्षक संगठन ने विरोध जताया है. उन्होंने आयोजन को चुनाव अचार संहिता उल्लंघन करार दिया है. संगठन ने आयोजन को राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया है. दूसरी ओर, डीयू प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि राजनीति का इससे कोई लेना देना नहीं है. छात्रों को मतदान के लिए प्रेरित करने के लिए आयोजन किया जा रहा है.
सभी देशवासी विकसित भारत का सपना देख रहे हैं. इसलिए इसको उसका नाम दिया गया है.इंडियन नेशनल टीचर्स कांग्रेस (इंटेक) के चेयरमैन प्रो. पंकज गर्ग ने कहा कि आयोजन 16 मार्च से लागू भारतीय चुनाव आयोग की आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है. चुनाव प्रचार के दौरान इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने से चुनाव लड़ने वाली एक विशिष्ट पार्टी के लिए प्रचार किया जा रहा है. इस आयोजन की जानकारी देने के लिए आयोजित बैठक में कुलजीत चहल को आमंत्रित किया गया था. कुलजीत एनडीएमसी के सदस्य हैं. वह दिल्ली प्रदेश भाजपा के नेता व पदाधिकारी हैं. किसी पार्टी का एक सक्रिय राजनेता ऐसे कार्यक्रम के लिए एक शैक्षणिक संस्थान का उपयोग कैसे कर सकता है जो आम लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चुनाव आयोग द्वारा पहले से अधिसूचित दिशानिर्देशों के खिलाफ है. इस पूरे मामले की शिकायत इंटेक की ओर से चुनाव आयोग को की जाएगी.
डेमाक्रेटिक टीचर्स फ्रंट की अध्यक्ष प्रो. आभा देव हबीब ने कहा कि भारत के चुनाव आयोग ने मार्च 2024 में विकसित भारत अभियान के बारे में संदेश प्रसारित करने के लिए इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को कानूनी रूप से फटकार लगाई थी. इसके बाद विकसित भारत के नाम से आयोजन आचार संहिता का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि पार्टी विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए एक इकाई के रूप में शैक्षणिक संस्थान का इस्तेमाल किया जा रहा है. यदि ऐसा नहीं होता तो लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद किसी भी तारीख को आयोजित किया जा सकता था.