जमुई : बिहार के जमुई में शिक्षकों से रंगदारी वसूलने के दौरान हुई मारपीट मामले में ACS एस सिद्धार्थ के सख्त रुख के कारण पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपियों को उठा लिया है. इसकी पुष्टि जमुई पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा भी कर दी गई है. हालांकि अभी भी इस केस का मुख्य आरोपी राजेश यादव समेत 2 आरोपी फरार है.
''पुलिस अधीक्षक जमुई के निर्देश पर छापामारी दल का गठन किया गया है. जिसमें 3 दारोगा, 2 एसआई, डीआईयू की टीम और सशस्त्र बल शामिल हैं. छापेमारी के दौरान इसी टीम ने दो अभियुक्तों को गिफ्तार किया है. कांड स्वीकार करने पर उन्हें आज कोर्ट भेजा जा रहा है.''-जमुई पुलिस
2 आरोपी गिरफ्तार, भेजा जा रहा कोर्ट : जिन दो आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है उनके नाम राजेश यादव उर्फ चुटरी (28 वर्ष) और दूसरे का नाम अर्जुन पंडित (48 वर्ष) है. पुलिस आज दोनों को कोर्ट में पेश करने के लिए जा रही है. असली अभियुक्त राजेश यादव अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है.
शिक्षकों में दबंगों का खौफ, फोन नहीं उठा रहे: इस बीच, ईटीवी भारत की टीम ने यह जानने के लिए शिक्षको को फोन किया कि एसीएस एस सिद्धार्थ के आश्वासन के बाद स्कूल खोला गया है कि नहीं, स्कूल में पुलिस बंदोबस्त है कि नहीं. लेकिन कुछ शिक्षकों के फोन की घंटी नहीं बजी. तो कुछ ने फोन ही नहीं उठाया. आसपास के स्कूलों के शिक्षक भी फोन उठाने से कतरा रहे हैं.
स्कूल में पुलिस फोर्स तैनात- SHO: हालांकि एक शिक्षक प्रह्लाद सर की फोन की घंटी बजी, लेकिन घर के एक सदस्य ने यह कहकर फोन काट दिय कि वे बाजार गए हैं. जब यह पूछा गया कि क्या स्कूल खुला हुआ है? तो जवाब मिला स्कूल बंद है, कोई भी शिक्षक स्कूल नहीं गए है. जबकि सिमुलतला थाना के एसएचओ धनंजय कुमार ने बताया कि ''स्कूल खुला है, पुलिस फोर्स स्कूल में कैंप किए हुए है.''
जमुई में शिक्षक की पिटाई मामला : ये पूरा ममला सिमुलतला थाना क्षेत्र के वसतपुर उत्क्रमित उच्च विद्यालय का है. जहां 22 अक्टूबर को रंगदारी की मांग करने वाले बदमाशों ने 7 शिक्षकों को 70-70 लाठी मारी थी. पूरा शरीर पिटाई से काला पड़ गया था. दहशत ऐसी थी कई टीचर स्कूल आने से कतराते थे. इस बात का जिक्र शिक्षकों ने ACS एस सिद्धार्थ के सामने भी किया.
जब ACS के सामने फूट-फूटकर रोने लगे शिक्षक : शिक्षकों ने बताया कि किस तरह उनसे रंगदारी मांगी गई. जब उन्होंने देने से इंकार किया तो स्कूल में घुसकर 7 शिक्षकों को बेरहमी से पीटा गया. कुछ शिक्षक आज भी स्कूल नहीं आ रहे हैं. 22 अक्टूबर की घटना के बाद सभी टीचर भय के कारण स्कूल नहीं आ रहे थे. कल जब ACS आए तो सभी शिक्षक स्कूल आए और उनके सामने ही फूट-फूटकर रोने लगे.