उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024 के लिए 50 शिक्षिकों का चयन, मिर्जापुर के शिक्षक रविकांत द्विवेदी को राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित - MIRZAPUR NEWS

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 27, 2024, 10:09 PM IST

राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024 के लिए इस बार 50 शिक्षकों (National Teacher Award 2024) में यूपी से दो शिक्षकों का चयन किया गया है. शिक्षक दिवस के दिन राष्ट्रपति नई दिल्ली के विज्ञान भवन में शिक्षकों को सम्मानित करेंगी.

मिर्जापुर के शिक्षक रविकांत द्विवेदी को राष्ट्रपति करेंगीं सम्मानित
मिर्जापुर के शिक्षक रविकांत द्विवेदी को राष्ट्रपति करेंगीं सम्मानित (Photo credit: ETV Bharat)

मिर्जापुर/लखनऊ :राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024 के लिए शिक्षिकों का चयन हुआ है. शिक्षक दिवस के दिन देश भर के 50 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू नई दिल्ली के विज्ञान भवन में शिक्षकों को सम्मानित करेंगी. 50 शिक्षकों में उत्तर प्रदेश से दो शिक्षकों का चयन हुआ है. प्रतापगढ़ से श्याम प्रकाश मौर्य और मिर्जापुर जनपद से रविकांत द्विवेदी का चयन हुआ है. रविकांत द्विवेदी पहाड़ी ब्लाॅक के प्राथमिक विद्यालय भगेसर में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत हैं. वे राज्य अध्यापक पुरस्कार से भी 2021 में सम्मानित किया जा चुके हैं. अब 2024 में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयन हो जाने से भी वे बेहद खुश हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आभार प्रकट किया है.


शिक्षक रविकांत द्विवेदी मिर्जापुर जनपद के धर्मदेवा गांव के रहने वाले हैं. 4 जुलाई 2009 में प्राथमिक विद्यालय भगेसर में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यभार ग्रहण किया और 15 अक्टूबर 2016 को प्रमोशन हो गया. वे प्रधानाध्यापक के पद पर तब से कार्य कर रहे हैं. शिक्षक रविकांत द्विवेदी ने शिक्षकों की कमी, नामांकन, छात्रों का काम और अन्य कमियों को बड़ी मेहनत कर दूर किया. विद्यालय में जनपद के प्रथम स्मार्ट क्लास की स्थापना की. साथ ही नामांकन 95 से 126 पहुंचाया और छात्रों की उपस्थिति भी 90 प्रतिशत के ऊपर पहुंचा दी. अब विद्यालय में 188 के ऊपर नामांकन हैं. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए वर्ष 2019 में राज्य स्तर पर उत्कृष्ट विद्यालय चुना गया था. 2022 आईसीटी पुरस्कार, आदर्श पाठ योजना पुरस्कार, नवविचारोत्स्व पुरस्कार, राष्ट्रीय स्तर की संस्था गांव कनेक्शन के टीचर कनेक्शन के ग्रामीण भारत शिक्षा बदलने वाले शिक्षकों की सौ कहानियों में स्थान प्राप्त हुआ था. राज स्तर पर उत्कृष्ट शिक्षक चुनने के साथ ही वर्ष 2021 में राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त करते हुए प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया था.


शिक्षक रविकांत द्विवेदी किसान के बेटे हैं. शैक्षिक योग्यता एमपीएड है. पढ़ाई के साथ ही बच्चों को खेलकूद भी कराते हैं. फोन पर बात करते हुए शिक्षक रविकांत द्विवेदी ने बताया कि आज बेहद खुशी है मुझे. कड़ी मेहनत की वजह से आज यह सम्मान मिलने जा रहा है. इसके लिए हम प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को आभार प्रकट करते हैं. हमारी कोशिश रहेगी आगे भी इसी तरह से मेहनत जारी रहे.


लखनऊ में केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय के बच्चों के साथ किया संवाद : पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय गोमती नगर में केन्द्रीय शिक्षा राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने बच्चों के साथ संवाद किया. कार्यक्रम पहले बड़े पण्डाल में होना था, लेकिन बारिश की वजह से लाइब्रेरी में किया गया. जहां मुख्य रूप से भविष्य की शिक्षा और नौकरी के लिए अभी से तैयारी पर चर्चा हुई. जयंत चौधरी ने संवाद शुरू होते ही बच्चों से पूछा कि आप लोग बताएं क्या चाहते हैं, आपके सुझाव क्या हैं, स्कूल में आपको सुविधाएं कैसी मिल रही हैं. ये बात सुनने के बाद बच्चे भी पीछे नहीं रहे और उन्होंने भविष्य में होने वाली प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए कम्यूनिकेशन स्किल के सुधार में सहयोग मांगा. कक्षा 12 की आयुषी और ऐश्वर्या ने शिक्षा मंत्री से कहा कि विद्यालय में कम्युनिकेशन स्किल के कुछ सेशन आयोजित होने चाहिए, ताकि आने वाले समय में जब प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान काम आए.


विद्यालय में लगी प्रदर्शनी का किया उद्घाटन :संवाद से पहले सजे पण्डाल में बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का प्रदर्शन भी किया. इस मौके पर बेसिक शिक्षा के प्रमुख सचिव एमकेएस सुन्दरम, महानिदेशक स्कूल कंचन वर्मा, आयुक्त केन्द्रीय विद्यालय संगठन निधि पाण्डेय, प्राचार्य संजीव कुमार अग्रवाल व अन्य मौजूद रहे. संवाद से पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने विद्यालय में लगी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और देखा. इरीगेशन पर तैयार बच्चों के मॉडल जयंत चौधरी ने विशेष रूप से प्रशंसा की.

यह भी पढ़ें : इंग्लिश मीडियम नहीं यह है प्राइमरी स्कूल, ऐसे बदली इसकी सूरत

यह भी पढ़ें : देश को गुलामी से बाहर निकाल कर शिक्षा समेत अन्य व्यवस्थाओं का भारतीयकरण करना होगाः अश्विनी उपाध्याय

ABOUT THE AUTHOR

...view details