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कुल्लू में टीबी उन्मूलन अभियान का शुभारंभ, 80 हजार लोगों की घर द्वार पर होगी स्क्रीनिंग - TB UNMULAN CAMPAIGN

डीसी कुल्लू ने जिले में टीबी उन्मूलन अभियान का शुभारंभ किया. इस दौरान 80 हजार लोगों की निशुल्क जांच की जाएगी.

कुल्लू में टीबी उन्मूलन अभियान की शुरुआत
कुल्लू में टीबी उन्मूलन अभियान की शुरुआत (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Dec 7, 2024, 4:09 PM IST

कुल्लू: टीवी उन्मूलन के लिए सरकार और प्रशासन प्रयासरत है. भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान शुरू किया गया है. जिला कुल्लू में 80 हजार लोगों की घर द्वार पर स्क्रीनिंग की जाएगी. स्क्रीनिंग के लिए टीबी उन्मूलन अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग ने सात दिसंबर 2024 से 17 मार्च 2025 तक अभियान शुरू किया है. वहीं, आयुष, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत, सरकारी और गैर सरकारी प्रतिनिधियों की मदद से क्षय रोगियों की पहचान की जाएगी.

इस अभियान के दौरान क्षय रोग से ग्रसित मरीजों का समय पर उपचार किया जाएगा, ताकि कुल्लू जिले को साल 2025 में टीबी मुक्त किया जा सके. इस अभियान का शुभारंभ शनिवार को उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस रवीश ने किया. उन्होंने जिला वासियों से क्षय रोग उन्मूलन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करवाने की अपील भी की. वहीं, स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत डॉक्टर सुरेश ने कहा कि, 'कुल्लू जिला में 1434 मरीजों का उपचार किया जा रहा है. इसमें सबसे अधिक मामले जरी ब्लॉक के हैं. कुल्लू में जनभागीदार के तहत टीबी मुक्त अभियान को आज से शुरू किया गया है, जो 100 दिनों तक चलेगा और जिला को टीबी मुक्त रखने के लिए स्थानीय लोगों सहित जनप्रतिनिधियों की भी मदद ली जाएगी.'

डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश ने बताया कि, 'सरकार के द्वारा पूरे प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने का अभियान चलाया गया है. ऐसे में स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों की मदद से इस अभियान को पूरा किया जाएगा और जिला कुल्लू को जल्द टीबी मुक्त किया जाएगा. वहीं, उन्होंने स्थानीय लोगों से भी आग्रह किया कि अगर उन्हें लंबे समय से खांसी रहती है तो तुरंत अपनी स्वास्थ्य जांच करवाएं.'

बता दें कि टीबी रोग हवा के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, जब ‘पल्मोनरी टीबी’ का मरीज खांसता, छींकता या थूकता है. इससे टीबी का वायरस हवा में फैल जाता है और आस पास के लोग इससे संक्रमित हो जाते हैं.

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