खूंटी/रांचीः झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में सीट शेयरिंग फार्मूला तय हो गया है. इसके तहत आजसू को 10 सीटें, जदयू को दो सीट, लोजपा को एक सीट और भाजपा 66 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. भाजपा ने अपनी पहली लिस्ट भी जारी कर दी है. इसके बाद आजसू और जदयू ने भी अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. टिकट जारी होने के साथ ही एनडीए में शामिल दलों के कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी दिख रही है.
तमाड़ में क्यों नाराज हैं आजसू कार्यकर्ता?
रांची से सटे तमाड़ विधानसभा सीट जदयू के कोटे में गई है. जदयू ने इस सीट से राजा पीटर को उम्मीदवार बनाया है. इस कारण विधानसभा क्षेत्र के कुछ आजसू कार्यकर्ताओं में नाराजगी है और जदयू के उम्मीदवार को सहयोग देने से इनकार कर दिया है. हालांकि आजसू के कुछ कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि जैसा सुप्रीमो कहेंगे वैसा ही काम करेंगे, लेकिन यहां कार्यकर्ताओं में बिखराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
तमाड़ सीट पर पिछले दो चुनावों का परिणाम
बता दें कि 2014 के विधानसभा चुनाव में तमाड़ सीट से आजसू के टिकट पर विकास सिंह मुंडा ने जीत दर्ज की थी. हालांकि वर्तमान में विकास झामुमो से विधायक हैं. लेकिन उसके बाद से इस सीट पर आजसू का कैंडिडेट नहीं जीत पाया. 2019 के चुनाव में आजसू से राम दुर्लभ सिंह मुंडा चुनाव लड़े थे, लेकिन झामुमो के उम्मीदवार विकास मुंडा ने उन्हें हरा दिया था.
जदयू के खाते में गई तमाड़ सीट
हालांकि झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर तमाड़ के आजसू कार्यकर्ता पूरी तरह तैयार थे और आजसू की जीत का दावा भी कर रहे थे, लेकिन अचानक तमाड़ विधानसभा सीट जदयू के खाते में चली गई. इस कारण आजसू कार्यकर्ताओं में नाराजगी है.जदयू प्रत्याशी राजा पीटर को टिकट मिलने के बाद से तमाड़ विधानसभा क्षेत्र के आजसू कार्यकर्ता कई खेमों में बंट गए हैं.
नाराजगी दूर करने की कोशिश