भोपाल। इस खबर को पढ़ने से पहले एमपी में वायरल हो रहे बीजेपी के एक पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह के उस बयान को दिमाग में रख लीजिए जिसमें वो थोक के भाव में बीजेपी में आ रहे कांग्रेसियों के अमित शाह के बयान का हवाला देते हुए कहते हैं कि "शाह ने कहा था जब पंद्रह साल में भाजपाईयों का कुछ नहीं हुआ तो पंद्रह दिन पहले आए कांग्रेसियों का क्या हो जाएगा." लेकिन सत्ता के सुनहरे सपने लिए कुल जमा पंद्रह दिन पहले बीजेपी में आए सुरेश पचौरी की तो पार्टी में एंट्री के साथ ही ठीकठाक ओपनिंग हो गई. सुरेश पचौरी को पार्टी की कुल जमा पंद्रह दिन की उम्र में ही स्टार प्रचारकों की सूची में जगह मिल गई है.
पचौरी एंट्री के साथ ही स्टार प्रचारक
थोक के भाव में कांग्रेस से बीजेपी में आ रहे नेताओं के बीच सुरेश पचौरी एक ऐसा नाम है, जिन्हें केवल पंद्रह दिन की मियाद में बीजेपी में ठीक ठाक रेस्पांस मिल गया. बीजेपी ने अपने स्टार प्रचारकों की जो सूची जारी की है उसमें सुरेश पचौरी 38 वें नंबर पर मौजूद है. इस सूची में पीएम मोदी का भी नाम है योगी आदित्यनाथ का भी, राजनाथ सिंह का भी, शिवराज सिंह चौहान और स्मृति इरानी का भी है. सवाल ये उठ रहा है कि आखिर इतनी छोटी मियाद में ही सुरेश पचौरी कैसे स्टार प्रचारकों की सूची में जगह बना गए.
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक पवन देवलिया कहते हैं, "इसे इस तरह नहीं देखा जाना चाहिए कि सुरेश पचौरी को कोई बड़ा ओहदा मिल गया है. चुनाव के समय की रणनीति और होती है और उसमें बीजेपी देख परख कर एक एक नाम चढ़ाती है किसका कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है. तो कांग्रेस की बखिया उधेड़ने के लिए एक पूर्व कांग्रेसी भी तो जरूरी है. इसी क्वालिफिकेशन से सुरेश पचौरी को स्टार प्रचारकों की सूची में जगह मिली है."