थाने पहुंचे भाजपा विधायक व जानकारी देते डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम (वीडियो क्रेडिट : मीडिया सेल, कमिश्नरेट पुलिस) कानपुर : शहर के बिठूर थाना क्षेत्र में हत्या के प्रयास के एक मामले में वांछित चल रहे 25 हजार के इनामी अपराधी को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. इसकी जानकारी मिलते ही भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा सैकड़ों समर्थकों के साथ शहर के ग्वालटोली थाने पहुंच गए.
भाजपा विधायक ने पुलिस कर्मियों से पूछा कि आखिर युवक को क्यों पीटा गया? इस पर पुलिसकर्मी जब कोई सटीक जवाब नहीं दे पाए, तो विधायक ने कहा कि क्या अब पुलिस आम आदमी को चलते-चलते पीटती रहेगी? विधायक ने जब थोड़ा तेज अंदाज में बात की तो पुलिसकर्मी पूरी तरह शांत नजर आए. विधायक ने कहा कि अगर उनके क्षेत्र में किसी युवक के साथ पुलिस ने कोई भी गलत व्यवहार किया तो वह मुख्यमंत्री तक पुलिस कर्मियों की शिकायत करेंगे.
इस पूरे मामले पर डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने कहा, कि भाजपा विधायक को समर्थकों द्वारा गलत जानकारी दी गई. उन्होंने पुलिस पर गलत व्यवहार का जो आरोप लगाया है, उसकी हम जांच करेंगे. पुलिस के पास अपराधी शिवा के खिलाफ सारे साक्ष्य हैं. ऐसे में अब पुलिस शिवा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रही है. विधायक ने मांग की है, कि जिस चौकी इंचार्ज ने युवक को पीटा उसके खिलाफ भी जांच की जाए. जिसकी जिम्मेदारी एसीपी कर्नलगंज को सौंपी गई है.
अंदर पुलिस से बात कर रहे थे विधायक, बाहर लग रहे थे पुलिस मुर्दाबाद के नारे : जिस समय बिठूर से भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा ग्वालटोली पुलिस से थाने के अंदर बैठकर बात कर रहे थे उसी समय सांगा के समर्थकों ने थाने के बाहर पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए. नारे लगाने वालों में युवकों के साथ गांव की महिलाएं भी थीं. युवकों का कहना था कि पुलिस ने हत्या के मामले में बेवजह ही एक सामान्य से युवक को फंसा दिया है. पुलिस के पीटने से गांव वालों में भी बहुत अधिक रोष था, जबकि मौके पर पहुंचे पुलिस के आला अफसर ने भाजपा विधायक के तेवर देखते हुए उन्हें थाने के अंदर रखे मीठे बताशे खाने के लिए दिए. इस पर विधायक ने कहा कि आप तो अच्छे आदमी हो जो बताशे दे रहे हो और वहीं आपके जो अधीनस्थ हैं, वह तो आम आदमी को डंडे से पीट रहे हैं.
विधायक और एक आईपीएस के बीच में हुई थी तनातनी : कुछ दिन पहले शहर की बिठूर विधानसभा से भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा की सचेंडी के थाना प्रभारी आईपीएस अमोल मुरकुटे से भी एक मामले में तनातनी हुई थी, जब विधायक ने यह कहा था कि पूरे क्षेत्र में जनता पुलिस से बहुत अधिक परेशान है तो बीच बैठक के दौरान ही आईपीएस अमोल मुरकुटे उठकर चले गए थे. विधायक का आरोप था कि उन्हें आईपीएस ने आंखें दिखाई थीं. चर्चा इस बात की भी थी कि सीएम कार्यालय से आईपीएस को फटकार भी लगाई गई थी. एक बार फिर कानपुर में ग्वालटोली थाने के अंदर पहुंचे भाजपा विधायक ने जिस तरीके से अपने देश तरह अंदाज में पुलिसकर्मियों से बात की उसकी भी चर्चा जमकर हो रही है.
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