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फंगस से प्रभावित गन्ने के बीज रेड रौट को किया जाएगा रिप्लेस, सर्वे से दूर की जाएगी समस्या - SUGARCANE AFFECTED BY FUNGUS

गन्ना मंत्री सौरभ बहुगुणा ने विधानसभा में विभागीय अधिकारियों के साथ की बैठक, गन्ने को लेकर की विस्तार से चर्चा

SUGARCANE AFFECTED BY FUNGUS
उत्तराखंड में गन्ने की खेती (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 3, 2025, 7:10 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड के उधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले में बड़े स्तर पर गन्ने की खेती होती है. वर्तमान सत्र में गन्ने के बीज '0238' रेड रौट में फंग्स लगने की वजह से फसल प्रभावित हुई है. जिसको देखते हुए गन्ना मंत्री सौरभ बहुगुणा ने सोमवार को विधानसभा में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान गन्ने की फसल को रेड रौट रोग से हुए नुकसान और विभाग की ओर से किये गये सुरक्षा उपायों पर चर्चा की गई. इस दौरान गन्ना मंत्री ने चयनित 70 गन्ना पर्यवेक्षकों को नियुक्ति पत्र भी सौंपा.

गन्ना विकास मंत्री ने कहा बहुत समय से गन्ना बाहुल्य क्षेत्रों उद्यमसिंह नगर और हरिद्वार में गन्ना पर्यवेक्षकों की कमी देखी जा रही थी. जिसको देखते हुए गन्ना विकास विभाग में सोमवार को 70 गन्ना पर्यवेक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंप दिया है. मंत्री ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का धन्यवाद करते हुए कहा कि गन्ना पर्यवेक्षकों के पदों को भरे जाने के बाद गन्ना विकास विभाग के कार्यों को करने में तेजी आयेगी साथ ही अनेक सरकारी योजनाओं का लाभ भी किसानों को समय पर मिल पायेगा.

गन्ना मंत्री ने कहा काशीपुर, नादेही और बाजपुर में रेड रौट फंग्स के कारण गन्ने की फसल को काफी अधिक नुकसान हुआ है. जिसका असर नादेही, बाजपुर और हरिद्वार स्थित कुछ चीनी मिलों पर भी देखा जा रहा है. जिसके चलते बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि आगामी सत्र को देखते हुए बेहतर बीज वितरण और किसानों को रेड रौट फंग्स के बारे में जागरुक करने के लिए काम करें. उत्तराखण्ड में गन्ना किसानों द्वारा सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला गन्ने का बीज '0238' रेड रौट फंग्स से सर्वाधिक प्रभावित हुआ है.

ऐसे में गन्ने के बीज ’0238’ को रिप्लेस करने, क्रॉप रोटेशन और किसानों को बेहतर बीज उपलब्ध कराने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. रेड रौट फंग्स की रोकथाम के लिए पन्तनगर विवि की ओर से गन्ना बाहुल्य क्षेत्रों का सर्वे कराया गया है. जिसकी रिपोर्ट के आधार पर ही किसानों को उत्तम बीज उपलब्ध कराये जाएंगे. इसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा गन्ना की एमएसपी तय किए जाने को लेकर एक कमेटी गठित की गई है. जिसकी रिपोर्ट आने के बाद गन्ना मूल्य वृद्धि पर निर्णय लिया जाएगा.

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