नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में दो साल पहले शुरू किए गए हिंदू अध्ययन केंद्र में अगले सत्र से छात्रों को पीएचडी करने का मौका मिलेगा. डीयू की एक स्थायी समिति ने इसका प्रस्ताव दिया है. हिंदू अध्ययन केंद्र के शासी निकाय ने भी सिफारिश की है कि पीएचडी कार्यक्रम 2025-26 में शुरू किया जाना चाहिए. अब इस प्रस्ताव पर शुक्रवार को आयोजित होने जा रही अकदमिक परिषद (एसी) की बैठक में मुहर लगाई जाएगी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शासी निकाय ने जो प्रस्ताव दिया था, उसके अनुसार इसी वर्ष पीएचडी शुरू करने की योजना बनाई गई थी. लेकिन, बाद में उसे स्थगित कर दिया गया. हिंदू अध्ययन केंद्र की संयुक्त निदेशक प्रेरणा मल्होत्रा ने कहा कि हिंदू अध्ययन में पीएचडी शुरू करने की पहल का उद्देश्य छात्रों के लिए अवसर सृजित करना है. उन्होंने आगे कहा कि एक प्रमुख संस्थान के रूप में डीयू हिंदू अध्ययन के विविध क्षेत्रों में ऐसे अवसर प्रदान करने और शोध को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. केंद्र शुरुआत में 10 पीएचडी सीटें दे सकता है, जिसमें लागू आरक्षण और अतिरिक्त श्रेणियों के तहत सीटें शामिल हैं. प्रस्ताव में कहा गया है कि केंद्र के बुनियादी ढांचे और शैक्षणिक आवश्यकताओं के आधार पर भविष्य में प्रवेश बढ़ाया जा सकता है.