बस्तर में एकलव्य आवासीय विद्यालय के छात्रों का हंगामा, हॉस्टल वार्डन और प्रिंसिपल पर गिरी गाज - दरभा विकासखंड के छिंदावाड़ा
Bastar Eklavya Residential School: बस्तर में आवासीय विद्यालय में खराब खाना मिलने से नाराज बच्चों ने सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया. बच्चों के प्रदर्शन के बाद अधीक्षक और प्राचार्य को निलंबित कर दिया गया.
जगदलपुर:छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में आदिवासी बच्चे बेहतर शिक्षा पाने के लिए अपना परिवार छोड़कर एकलव्य आवासीय विद्यालय का रूख करते हैं. हालांकि इन विद्यालयों में खराब खाना मिलने से इनके सेहत पर असर पड़ता है, ये बच्चे बीमार पड़ते हैं. दरअसल, हम बात कर रहे हैं दरभा के एकलव्य स्कूल की. यहां के छात्र खराब खाना मिलने से नाराज हो सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने लगे.
हटाए गए प्राचार्य और अधीक्षक: वहीं, इन बच्चों के प्रदर्शन के कारण काफी देर तक सड़क जाम रहा. 30 मिनट से अधिक चले इस प्रदर्शन के बाद सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने बच्चों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. इसके बाद बच्चों ने अपना हड़ताल खत्म किया. बच्चों के इस प्रदर्शन के बाद सहायक आयुक्त ने तत्काल प्राचार्य और अधीक्षक को उनके पद से हटा दिया. अधीक्षक पर निलंबन की कार्रवाई के लिए बस्तर कमिश्नर को लेटर भी भेजा.
छात्रों ने की शिकायत:प्रदर्शन कर रहे आदिवासी छात्र फूलसिंह नाग ने बताया कि,"बस्तर जिले के दरभा विकासखंड के छिंदावाड़ा में स्थित एकलव्य स्कूल में रहकर पढ़ाई करते हैं. इस आवासीय विद्यालय में करीब 1 सालों से खराब खाना छात्रों को परोसा जा रहा है. इस खाने को खाकर उनकी तबियत बिगड़ जाती है. इसे लेकर कई बार अधीक्षक और प्राचार्य से शिकायत की गई थी. इसके बावजूद व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं हुआ. शिकायत करने पर जिम्मेदारों के द्वारा वापस घर जाने और टीसी काटने जैसी बात कही जाती है."
आवासीय विद्यालय के अधीक्षक का मैनेजमेंट अच्छा नहीं था. बच्चे अपनी जगह सही थे. इस कारण स्कूल के प्राचार्य और अधीक्षक को हटाकर नए की नियुक्ति की गई. अधीक्षक पर निलंबन की कार्रवाई के लिए लेटर भी भेजा गया है. साथ ही 1 चपरासी को भी हटाया गया है. वहीं, अन्य महिला अधीक्षिका को भी नोटिस जारी किया गया है. बच्चों के थाली से चोरी बर्दास्त नहीं की जाएगी. -अमित भाटिया, सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग
बता दें कि हर दिन मिल रहे खराब खाने से परेशान होकर आज सैकड़ों की तादाद में आदिवासी छात्र मुख्यालय पहुंचे. उन्होंने धरमपुरा में सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया. साथ ही कार्रवाई के लिए नारेबाजी भी की. इसके बाद सहायक आयुक्त भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने कार्रवाई के लिए बच्चों को आश्वासन दिया. फिलहाल प्रार्चार्या और अधीक्षक को उनके पद से हटा दिया गया है.