रांची: कांग्रेस ने अपने बैंक खाते को सीज करने के मुद्दे को अब जनता के बीच ले जाने का फैसला किया है. कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि लोकसभा आम चुनाव से पहले ईडी, सीबीआई और आईटी का बेजा इस्तेमाल कर पहले विपक्षी दलों के नेताओं पर कार्रवाई की गई और अब कांग्रेस पार्टी के बैंक अकाउंट को सीज कर दिया गया.
बैंक अकाउंट सीट करने को कांग्रेस ने लोकतंत्र पर हमला बताते हुए इसे "कर आतंकवाद" का नाम दिया है. इस कर आतंकवाद के खिलाफ 01 अप्रैल को झारखंड प्रदेश कांग्रेस के बैनर तले नेता-कार्यकर्ता प्रदेश मुख्यालय से प्रखंड मुख्यालय तक धरना-प्रदर्शन करेंगे और केंद्र की भाजपा सरकार के इशारे पर केंद्रीय संवैधानिक एजेंसियों द्वारा की जा रही कार्रवाई का विरोध करेंगे. वहीं कांग्रेस के प्रस्तावित धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम पर तंज कसते हुए भाजपा ने कहा कि आजादी के बाद से अब तक 12 लाख करोड़ का घोटाला करने वाली कांग्रेसी जनता में भ्रम फैलाने के लिए यह सब कर रही है.
सभी जिलों में जोरदार धरना-प्रदर्शन की है तैयारी
कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं से एक अप्रैल के कार्यक्रम के लिए मिले दिशा निर्देश को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने झारखंड ने अपने जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर तक पहुंचा दिया है. इसमें कहा गया है कि एक अप्रैल को भाजपा और केंद्र सरकार के "कर आतंकवाद" के खिलाफ अपने-अपने क्षेत्र में धरना-प्रदर्शन करें और लोगों को बताएं कि कैसे लोकतंत्र को कुचलने और तानाशाही व्यवस्था लाने के लिए साजिश रचकर विपक्ष को टारगेट किया जा रहा है.
भाजपा के इशारे पर आईटी कर रही है कार्रवाईः रिंकू तिवारी
प्रदेश कांग्रेस कमेटी झारखंड के प्रदेश प्रवक्ता सोनाल शांति उर्फ रिंकू तिवारी ने कहा कि भाजपा के इशारे पर आयकर विभाग द्वारा कांग्रेस पर 1823 करोड़ का कर लगाया गया है. कांग्रेस के खाते से 135 करोड़ निकालना और खातों को फ्रीज करना "कर आतंकवाद" का ही उदाहरण हैं. कांग्रेस इस आतंकवाद के खिलाफ चुप नहीं बैठेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे पर लोकसभा चुनाव के ठीक पहले हो रही इस कार्रवाई का विरोध पार्टी लोकतांत्रिक तरीके से करेगी.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव ने जारी किया है निर्देश
रिंकू तिवारी ने कहा कि भाजपा की नीतियों का जनता के सहयोग से जोरदार विरोध करने का आदेश अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से मिला है. पार्टी आलाकमान से मिले इसी दिशा निर्देश के आलोक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने सभी जिला अध्यक्षों को अपने अपने जिला में एक अप्रैल 2024 को विरोध-प्रदर्शन, मशाल जुलूस, धरना-प्रदर्शन आदि आयोजित करने का निर्देश दिया है. सोनाल शांति ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार और केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ होनेवाले विरोध-प्रदर्शन में अनिवार्य रूप से सभी प्रखंड अध्यक्ष, पदाधिकारी, प्रदेश नेता, वरीय नेताओं, प्रदेश पदाधिकारी को शामिल होने का निर्देश दिया गया है. जिन-जिन लोकसभा क्षेत्र में प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की गई है वहां-वहां उनकी उपस्थिति में भाजपा और मोदी सरकार पर हल्ला बोला जाएगा.
चुनाव से ठीक पहले विपक्षियों पर आर्थिक प्रहार की कोशिश