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मकर संक्रांति पर SMS अस्पताल में घायलों के लिए विशेष इंतजाम, डॉक्टर्स की राउंड द क्लॉक ड्यूटी - MAKAR SANKRANTI

मकर संक्रांति पर पतंगबाजी के कारण होने वाले हादसों के लिए एसएमएस अस्पताल में घायलों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं.

SMS अस्पताल
SMS अस्पताल (ETV Bharat)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 14, 2025, 11:52 AM IST

जयपुर :राजधानी जयपुर सहित पूरे प्रदेश और देश में मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जा रहा है. संक्रांति पर पतंगबाजी के दौरान कई बार लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं. ऐसे में घायलों के इलाज के लिए जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में विशेष इंतजाम किए गए हैं. SMS अस्पताल के इमरजेंसी और ट्रॉमा सेंटर में विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि घायलों को तुरंत इलाज मिल सके.

सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर दीपक माहेश्वरी ने बताया कि पतंगबाजी के दौरान बहुत सी अप्रिय घटनाएं होने की संभावना बनी रहती है. बात चाहे सड़क चलते लोगों के लिए मांझे की आफत और हादसे की हो या फिर छत से गिरकर होने वाले हादसे, इन सभी के लिए प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस के ट्रॉमा सेंटर और इमरजेंसी में विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं.

SMS अस्पताल में विशेष इंतजाम (वीडियो ईटीवी भारत जयपुर)

पढ़ें.पतंगबाजी से होने वाले हादसों को रोकने विद्युत निगम ने जारी की एडवाइजरी

इन चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई :मकर संक्रांति के पर्व पर SMS अस्पताल पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. घायलों के इलाज के लिए अस्पताल में चिकित्सकों की राउंड द क्लॉक ड्यूटी लगाई गई है. इसके अलावा ट्रॉमा सेंटर में विशेष इंतजाम किए गए हैं. अस्पताल में न्यूरो सर्जरी, जनरल सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, ENT, निश्चेतना, अस्थि रोग सहित अन्य विभाग के चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है. यह सभी चिकित्सक 14 और 15 जनवरी को राउंड द क्लॉक ड्यूटी देंगे.

ऐसे करें बचाव

  1. फुलफेस कवर विथ ग्लास हेलमेट पहनें.
  2. गले में मफलर, दुपट्टा और हाथों में दस्तानों का उपयोग करें.
  3. वाहन या शरीर पर पतंग का मांझा उलझने की स्थिति में सावधानीपूर्वक वाहन को एक तरफ रोककर डोर को तुरंत तोड़ दें.
  4. पास से गुजरने वाले अन्य वाहनों से सचेत रहें.
  5. अपना वाहन धीरे, सावधानी व सतर्कता से चलाएं.
  6. सड़कों पर कटी पतंगों को नहीं पकड़ें. इससे सड़क पर चल रहे वाहन से दुर्घटना हो सकती है.
  7. अनावश्यक ओवरटेक नहीं करें.
  8. बच्चों को मोटरसाइकिल पर आगे बैठाने से परहेज करें, आवश्यक होने पर पीछे बैठाएं.

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