लखनऊ :विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को सिराथू से सपा की बागी विधायक पल्लवी पटेल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद की. उन्होंने योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर कार्रवाई की मांग की. इसके बाद नियम के अनुसार सवाल न पूछने देने पर वह सदन से बाहर आकर धरने पर बैठ गईं. वह करीब 9 घंटे तक धरने पर बैठी रहीं. रात 10.30 बजे संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने उन्हें मनाया.
विधायक पल्लवी पटेल वे कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार पिछड़ों के वोट से बनी है. अब उन पिछड़ों का ही हक छीना जा रहा है. अपना दल एस कमेरावादी नेता पल्लवी पटेल ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक पदों पर नियुक्ति में धांधली का आरोप लगाया. कहा कि वर्तमान सेवा नियमावली को ताक पर रखा गया. पुरानी नियमावली के आधार पर सीधी भर्ती न कर पदोन्नति से 250 नियुक्तियां कर दी गईं. इसके जरिए पिछड़े वर्ग का मारा गया.
इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने के साथ ही पल्लवी पटेल योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग भी कर रहीं हैं. उनका आरोप है कि वह सदन में नियम के अनुसार अपनी बात रख रहीं थीं. इस दौरान उनका माइक ही बंद कर दिया गया. इसके बाद वह बाहर आकर परिसर में ही धरने पर बैठ गईं. पुलिस भी मौके पर पहुंच गईं. तमाम नेता भी पहुंचे. उन्हें मनाने के प्रयास किए गए लेकिन वह नहीं मानी.