लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में अब समीकरण तेजी से बदलने लगे हैं. विधानसभा उपचुनाव को लेकर तैयारी में जुटीं पार्टियां अब उम्मीदवार भी मैदान में उतारने लगी हैं. बहुजन समाज पार्टी भी इस बार पूरे दमखम से उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में ताल ठोक रही है, इसलिए विभिन्न दलों के नेता अपनी पार्टी में सीट न मिलने को लेकर बहुजन समाज पार्टी की तरफ रुख कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव रहे परमानंद गर्ग कल बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं. इसके बाद बीएसपी उन्हें गाजियाबाद विधानसभा सीट से प्रत्याशी भी बना सकती है.
समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ चुके परमानंद गर्ग की पत्नी नीलम गर्ग को समाजवादी पार्टी ने मेयर पद का उम्मीदवार बनाया था, लेकिन आखिरी समय पर पार्टी ने उनका टिकट काट दिया. इससे पीएन गर्ग नाराज हो गए थे. पार्टी में राष्ट्रीय सचिव की भूमिका निभा रहे गर्ग ने 28 सितंबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. तभी से कयास लगाए जा रहे थे, कि बहुजन समाज पार्टी की तरफ रुख कर सकते हैं. अब ऐसा होता भी दिख रहा है. शनिवार को पीएन गर्ग बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम सकते हैं. बीएसपी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो सब कुछ तय हो गया है. गाजियाबाद सीट पर बीएसपी गर्ग को प्रत्याशी बना सकती है. सपा से इस्तीफा देने के बाद पीएन गर्ग ने वैश्व समाज की अनदेखी का आरोप लगाया था.
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सपा नेता रहे पीएन गर्ग कल बसपा में होंगे शामिल - Parmanand Garg join BSP
गाजियाबाद सीट से बन सकते हैं प्रत्याशी, वैश्व समाज की अनदेखी का लगा था आरोप
बता दें, कि गाजियाबाद विधानसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने पहले ही प्रत्याशी घोषित कर दिया था. यहां पर पार्टी ने रवि गौतम को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन पीएन गर्ग ने जब सपा से इस्तीफा दिया और बसपा की तरफ रुख किया तो बीएसपी ने रवि गौतम का टिकट काट दिया था. इसके बाद रवि गौतम ने पार्टी पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए थे. बीएसपी मुखिया मायावती के आसपास के नेताओं पर पैसे मांगने का आरोप लगाया था. इन गंभीर आरोपों के बाद पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया.
बसपा मेरठ मंडल प्रभारी रवि जाटव के अनुसार शनिवार को पीएन गर्ग को गाजियाबाद विधानसभा प्रभारी घोषित किया जाएगा. बसपा अब गाजियाबाद सीट पर उपचुनाव में वैश्व समाज के उम्मीदवार पर दांव लगाने पर विचार कर रही है.
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