लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी के तीन नेताओं को समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के भाई की वलीमा की दावत में जाना महंगा पड़ गया. नाराज बसपा सुप्रीमो माायवती ने तीनों नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. पार्टी में ये तीनों नेता महत्वपूर्ण पदों पर थे. बसपा प्रमुख ने इन नेताओं को भोज में जाने से मना कर दिया था, लेकिन मुखिया का फरमान न मानकर ये तीनों नेता बसपा के सीनियर नेता और प्रभारी मुनकाद अली के बेटे कमाल की गाजियाबाद में आयोजित शादी की दावत में शामिल होने चले गए. जिन पर निष्कासन की कार्रवाई की गई है.
बताया जा रहा है कि, बहुजन समाज पार्टी के मेरठ मंडल प्रभारी प्रशांत गौतम, जिला प्रभारी महावीर सिंह प्रधान और दिनेश काजीपुर गाजियाबाद में आयोजित भोज में शामिल हुए. इससे नाराज बसपा सुप्रीमो मायावती ने इन तीनों नेताओं पर कार्रवाई कर दी. मुनकाद अली की बेटी सुंबुल राणा सपा के टिकट पर मीरापुर से चुनाव लड़ रही हैं और दावत में शामिल होने यह नेता चले गए थे. अपनी ही पार्टी के प्रभारी नेता के बेटे की दावत में जाना भी उन पर भारी पड़ जाएगा ऐसा उन्होंने सोचा भी नहीं होगा, लेकिन बसपा सुप्रीमो को उनका यह कदम बिल्कुल पसंद नहीं आया. अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
बता दें कि बसपा प्रभारी मुनकाद अली और पूर्व सांसद कादिर राणा दोनों समधी हैं. मुनकाद अली की बेटी सुंबुल सुंदर कादिर राणा की बहू हैं. मुनकाद अली के बेटे के बलीमे के कार्ड पर कादिर राणा का भी नाम छप गया था. यह कार्ड सभी बसपा नेताओं को भेजे गए थे. पार्टी से निकाले जाने पर दिनेश काजीपुर ने बयान देते हुए कहा कि, हमारी हमेशा से ही बहुजन समाज पार्टी और बहन जी के प्रति निष्ठा रही है. हम पूरी ईमानदारी से कम कर रहे हैं. अनुसाशनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के जो आरोप लगाकर निष्कासित किया गया वह बिल्कुल भी सही नहीं है. पहले भी ऐसा हुआ था लेकिन हमारे काम को देखते हुए बहन जी ने हमें फिर पार्टी में वापस बुलाया था.