इंदौर: सोयाबीन के रेट को लेकर कांग्रेस देशभर में हंगामा कर रही है. मध्य प्रदेश की बात करें तो यहां भी किसान संगठन मोर्चा बनाकर पिछले एक माह से आंदोलन कर रहे हैं. सोयाबीन का समर्थन मूल्य 6 हजार रूपए प्रति क्विंटल किए जाने की मांग किसान लगातार कर रहे हैं. मंडियों में नई सोयाबीन की आवक शुरू हो गई है और लगातार उसके दाम में उछाल बना हुआ है. नागदा और उज्जैन मंडी की बात करें तो यहां नई सोयाबीन 5000 रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रही है. वहीं इंदौर में नई सोयाबीन 4700 रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है.
नागदा और उज्जैन मंडी में सोयाबीन 5000 के पार
प्रदेश में सोयाबीन की कटाई का काम शुरू हो चुका है और नई सोयाबीन की अच्छी आवक मंडियों में शुरू हो गई है. नागदा और उज्जैन मंडी की बात करें तो यहां नई सोयाबीन मंडियों में पहुंचने लगी है और किसानों को पिछले साल की तुलना में अच्छी कीमत मिल रही है. एक दिन पहले यानि बुधवार को उज्जैन मंडी में 30 बोरी नई सोयाबीन की आवक हुई. वहीं नागदा मंडी में भी नए सोयाबीन की आवक अच्छी रही. उज्जैन मंडी में किसानों को नई सोयोबीन के दाम 5000 रुपये प्रति क्विंटल तक मिले. नागदा मंडी में भी नई सोयाबीन 5000 रुपये प्रति क्विंटल से ज्यादा में ही बिकी.
इंदौर मंडी में भी सोयाबीन के बढ़े दाम
प्रदेश के किसान लगातार सोयाबीन के दामों में बढ़ोत्तरी को लेकर कांग्रेस के साथ मिलकर सड़कों पर उतरे हुए हैं. किसान लगातार सोयाबीन की फसल की मूल्य वृद्धि को लेकर हंगामा और प्रदर्शन कर रहे हैं. इंदौर मंडी के वरिष्ठ व्यापारी मनोज कालेने बताया कि "अभी जो सोयाबीन मंडी में आ रही है वह नई है और गली है जिसके कारण उनके दाम तकरीबन 4700 क्विंटल के आसपास आ रहे हैं. इसी के साथ यदि पुरानी सोयाबीन की बात करें तो तकरीबन 4500 क्विंटल के आसपास बिक रही है, जो काफी अच्छे दाम हैं. वहीं आने वाले दिनों में व्यापारियों का यह भी कहना है कि निश्चित तौर पर जिस तरह से आवक में बढ़ोतरी हो गई और जिस तरह से मांग बढ़ेगी तो निश्चित तौर पर सोयाबीन के दाम में भी बढ़ोतरी होगी."
4811 रुपये क्विंटल बेचा सोयाबीन
उज्जैन मंडी पहुंचे किसान ईश्वर सुनवानी ने अपनी 30 बोरी नई सोयाबीन एक निजी फर्म को बेची. इसके लिए उन्हें 4811 रुपये प्रति क्विंटल का भाव मिला. नागदा में भी अलग-अलग फर्मों ने अलग-अलग रेट में सोयाबीन की खरीद की. सबसे ज्यादा रेट 5001 रुपये तक पहुंचा. अलग-अलग फर्म के व्यापरियों का कहना है कि फिलहाल आवक कम है मांग जैसे जैसे बढ़ेगी, सोयाबीन के दाम और बढ़ेंगे और किसानों को मुनाफा होगा.