किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर हिरासत में लिया गया नई दिल्ली/गाजियाबाद: किसानों के दिल्ली को लेकर गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है. दोपहर तकरीबन 3:30 बजे कुछ किसान गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे. लेकिन, चंद मिनटों के बाद ही किसानों को पुलिस हिरासत में लेकर कौशांबी थाने चली गई. गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे किसानों का कहना है कि शाम तक विभिन्न इलाकों से बॉर्डर पर और किसान पहुंचेंगे.
भारतीय किसान यूनियन (महात्मा टिकैत) के प्रदेश अध्यक्ष मनोज गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे किसानों का कहना था कि 11 सूत्रीय मांगों को लेकर किसानों का जो प्रदर्शन जारी है उसी के तहत पहुंचे हैं. एमएसपी पर गारंटी कानून की मांग हमारी प्रमुख मांग है. सरकार ने एमएसपी गारंटी कानून बनाने का वादा किया था लेकिन किसानों के साथ बाद में छल किया गया. इसके बाद आज फिर किसान आंदोलन की राह पकड़ने को मजबूर हैं. विभिन्न क्षेत्रों में किसानों को घरों में पुलिस द्वारा हाउस अरेस्ट किया गया.
एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे किसानों को हिरासत में लिया गया है. गाजियाबाद में धारा 144 लागू है. आगे की कार्यवाही करने के बाद इनको छोड़ा जाएगा. गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे किसान का कहना है कि जब वह गाजीपुर बॉर्डर के लिए आ रहे थे तो रास्ते में कुछ देर के लिए हिरासत में लिया गया लेकिन बाद में पुलिस ने छोड़ दिया. शाम तक बड़ी संख्या में किसानों के आने की संभावना है. पुलिस को चकमा देकर किसान बॉर्डर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.
किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर हिरासत में लिया गया भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के अध्यक्ष प्रवीण मलिक के मुताबिक, दिल्ली की सीमाओं पर कूच करने के लिए संगठन को ओर से कोई निर्देश नहीं मिला है. भाकियू टिकैत ने फिलहाल दिल्ली की सीमाओं पर कूच करने के लिए कोई कॉल नहीं दी है. अभी हमारे किसान नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बेंगलुरु में हैं. बेंगलुरु में किसानों की बैठक चल रही है. बैठक के बाद जो भी निर्देश मिलेंगे उसका पालन किया जाएगा. फिलहाल, संयुक्त किसान मोर्चे की कॉल पर 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान है. जिसमें भाकियू अहम भूमिका निभाएगा.