बाराबंकी:फर्जी दस्तावेजों के सहारे एक व्यक्ति पिछले 18 वर्षों से पीएसी में नौकरी कर रहा था. शिकायत हुई तो जांच में युवक द्वारा विभाग में जमा किये गए दस्तावेज फर्जी पाए गए. इसके बाद बाराबंकी के 10वीं वाहिनी पीएसी सेनानायक ने आरोपी आरक्षी को निलंबित कर केस दर्ज कराया है.
मसौली थाना एसएचओ अरुण कुमार के मुताबिक, गोरखपुर जिले के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के सथरा मोहन गांव निवासी रविन्द्र कुमार 10वीं वाहनी पीएसी बाराबंकी में आरक्षी चालक पद पर तैनात है. पिछले 18 वर्षों से यह नौकरी कर रहा है. भर्ती के समय रविंद्र ने 30 अगस्त 2006 को अपने को अनुसूचित जाति का बताकर और दस्तावेज दाखिल किया था. जबकि वास्तविक में रविंद्र यादव है, जो ओबीसी श्रेणी में आती है. रविन्द्र कुमार की शिकायत डीएम गोरखपुर से किसी ने शिकायत की थी.
जिलाधिकारी गोरखपुर ने रविन्द्र कुमार के प्रमाणपत्रों की जांच के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक अयोध्या को लिखा. पुलिस उप महानिरीक्षक ने रविन्द्र कुमार के जाति प्रमाण पत्र की जांच 26वीं पीएसी वाहिनी गोरखपुर के सहायक सेनानायक को सौंपी. जांच करने के बाद सेनानायक गोरखपुर ने अपनी जांच रिपोर्ट 29 अप्रैल को सौंप दी. जांच में यह निकल कर आया कि रविन्द्र द्वारा सेवा अभिलेखों में अपनी जाति अनुसूचित जाति अंकित की गई है. जबकि परिवार रजिस्टर व खण्ड विकास अधिकारी खजनी गोरखपुर द्वारा की गई जांच में रविन्द्र अहीर जाति का निकला.