जयपुर :राजधानी जयपुर के महेश नगर थाना क्षेत्र में एक प्राइवेट कोचिंग में अचानक स्टूडेंट्स के बेहोश होने का मामला सामने आया है. रविवार देर शाम को क्लास रूम में ही स्टूडेंट्स की सांसे फूलने लगी. उसके बाद सभी को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया. बताया जा रहा है कि कोचिंग में क्लास के दौरान एसी के अंदर से गैस की बदबू आई, जिससे स्टूडेंट्स बेहोश होने लगे. हालांकि, सभी छात्र-छात्राओं की हालत में सुधार बताया जा रहा है. चिकित्सकों का मानना है कि कई गैसों को लेकर शरीर का रेस्पिरेटरी सिस्टम यानी श्वसन तंत्र काफी सेंसिटिव होता है. ऐसे में जैसे ही डस्ट या फिर अन्य जहरीली गैस मानव शरीर के अंदर पहुंचती है, तो ब्रोन्कोस्पाज्म की स्थिति उत्पन्न हो जाती है.
इस स्थिति में मानव शरीर के फेफड़े में वायु मार्ग की मांसपेशियां एकदम से कस जाती है. इसकी वजह से दम घुटन लगती है. वहीं, ब्रोन्कोस्पाज्म के कारण शरीर को मिलने वाली ऑक्सीजन की मात्रा काफी कम हो जाती है. मामले को लेकर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ. अजीत सिंह का कहना है कि रेस्पिरेटरी सिस्टम में जब सीधे तौर पर कोई हानिकारक गैस पहुंच जाती है, तो वो ब्लड से होते हुए सीधे ब्रेन तक पहुंच जाती है.
इसे भी पढ़ें -छात्रों के प्रोटेस्ट पर चेता प्रशासन, नगर निगम ने कोचिंग की बिल्डिंग को किया सीज - JAIPUR COACHING INCIDENT
जानें क्या है ब्रोन्कोस्पाज्म : ब्रोन्कोस्पाज्म की स्थिति काफी डरावनी होती है. ऐसा लगता है कि आपको पर्याप्त हवा नहीं मिल रही है. यदि मरीज को पहले कभी ब्रोन्कोस्पाज्म नहीं हुआ है, तो आपका पहला अनुभव विशेष रूप से भयानक हो सकता है. ब्रोन्कोस्पाज्म के लक्षण काफी गंभीर दिखाई देते हैं. जैसे कि सीने में दर्द या सांस लेने में कठिनाई या फिर घबराहट होने लगती है.