सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में एक नामी शिक्षण संस्थान के मालिक के खिलाफ संस्थान की ही एक महिला कर्मी ने गंभीर आरोप लगाए है और मामला दर्ज करवाया है. जिसके बाद अब मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस घटना पर सिरमौर बार एसोसिएशन ने कड़ी आपत्ति जताई है. इसको लेकर एसोसिएशन ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें कहा गया कि एसोसिएशन से जुड़ा कोई भी वकील आरोपी का बचाव नहीं करेगा. यानी कोई भी वकील इस केस को अपने हाथों में नहीं लेगा. एसोसिएशन ने मीडिया को भी प्रस्ताव की प्रति जारी की है.
महिला कर्मी से छेड़छाड़ और अश्लील हरकते करने के मामले को लेकर सिरमौर बार एसोसिएशन ने बैठक की. जिसमें एसोसिएशन ने महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए शिक्षण संस्थान के आरोपी निदेशक के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है. एसोसिएशन के मुताबिक आरोपी निदेशक के खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत महिला पुलिस थाना में शिकायत के बाद केस दर्ज किया गया है, जिसमें पीड़िता/शिकायतकर्ता महिला कर्मी की ओर से लगाए गए आरोप काफी गंभीर हैं.
एसोसिएशन का कहना है कि चूंकि पीड़िता के परिवार का एक सदस्य वकील होने के साथ-साथ एसोसिएशन का सदस्य भी है. लिहाजा, इसको देखते हुए भी यह निर्णय लिया गया कि बार एसोसिएशन से जुड़ा कोई भी वकील किसी भी तरह से आरोपी का बचाव नहीं करेगा. साथ ही यह भी चेतावनी दी कि यदि एसोसिएशन का कोई भी सदस्य इस निर्णय का पालन नहीं करता है, तो उस स्थिति में संबंधित सदस्य स्वयं उत्तरदायी होगा और उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. बता दें कि मामले की जांच के लिए पुलिस की ओर से आरोपी को नोटिस भी जारी किया जा चुका है. लेकिन अब तक वह पुलिस के सामने नहीं आया है. फिलहाल आरोपी अंडरग्राउंड चल रहा है.