बालोतरा. जिला कलक्टर सुशील कुमार ने शुक्रवार को श्री मल्लीनाथ तिलवाड़ा पशु मेले का झंडारोहण कर शुभारंभ किया. बाद में उन्होंने मेले में पशुपालकों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया. मेला अवधि के दौरान सफाई, पानी, बिजली, चारा एवं यातायात व्यवस्थाओं के साथ पशुपालकों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करने के निर्देश दिए.
मेले में प्रतिदिन शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. जिले का प्रसिद्ध श्री मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा में 05 अप्रैल से 19 अप्रैल 2024 तक चलेगा. इस पशु मेले में सांचोर की नस्ल के बैलों के अलावा बड़ी संख्या में मालानी नस्ल के घोड़े और ऊंट की भी बिक्री होती है.
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650 वर्ष से लगता हैं श्री मल्लिनाथ तिलवाड़ा पशु मेला:मेले की मान्यता को लेकर माना जाता है कि यह मेला वीर योद्धा रावल मल्लीनाथ की स्मृति में आयोजित होता है. विक्रम संवत 1431 में मलीनाथ के गद्दी पर आसीन होने के शुभ अवसर पर एक विशाल समारोह का आयोजन किया गया था, जिसमें दूर-दूर से हजारों लोग शामिल हुए. आयोजन की समाप्ति पर लौटने के पहले इन लोगों ने अपनी सवारी के लिए ऊंट, घोड़ा और रथों के सुडौल बैलों का आपस में आदान-प्रदान किया तथा यहीं से इस मेले का उद्भव हुआ. इस मेले का संचालन पशुपालन विभाग ने सन 1958 में संभाला. यह मेला प्रतिवर्ष चैत्र बुदी ग्यारस से चैत्र सुदी ग्यारस तक बालोतरा जिले के पचपदरा तहसील के के तिलवाड़ा गांव में लूनी नदी पर लगता है.