शिमला: राजधानी शिमला में ट्रैफिक जाम अब आम हो गया है. रोजाना लगने वाले जाम लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. राजधानी के लिए रोजाना का ये ट्रैफिक जाम सिरदर्द बना हुआ है. शहर में हर रोज कई-कई घंटों तक जाम लगा रहता है, जिससे लोगों को रोज परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यह जाम किसी एक जगह पर ही नहीं लगता है, बल्कि पूरे शहर में चौतरफा जाम लगा रहता है.
स्टूडेंट्स और कर्मचारियों को हो रही दिक्कत
शिमला के प्रवेश द्वार क्रॉसिंग से जाम लगना शुरू हो जाता है और शहर में सभी वार्डों से होते-होते ढली तक पहुंच जाता है. इसका सबसे बड़ा खामियाजा स्टूडेंट्स को हो रहा है, क्योंकि इन दिनों प्रदेश में बोर्ड के एग्जाम चल रहे हैं. ऐसे में जिन बच्चों के एग्जाम सेंटर दूर हैं, वो स्टूडेंट्स इस लंबे जाम के चलते कई बार टाइम पर एग्जाम सेंटर नहीं पहुंच पा रहे हैं. वहीं, कर्मचारियों का भी यही हाल है, ट्रैफिक जाम के चलते वो भी समय पर अपने ऑफिस नहीं पहुंच पा रहे हैं. वहीं, ट्रैफिक जाम की इस विकराल समस्या के आगे प्रशासन ने भी घुटने टेक दिए हैं.
वन मिनट ट्रैफिक प्लान फिर होगा लागू
गौरतलब है कि जाम की ये समस्या गंभीर होती जा रही है. शहर में लगने वाले इन जाम में कई बार एंबुलेंस भी फंस चुकी है. इस बारे में एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि स्कूल खुलने से जाम की समस्या बढ़ गई है. शहर में स्कूल के लिए एक्स्ट्रा बसें चलाई जाती हैं. इसके अलावा गाड़ियों की संख्या में काफी ज्यादा इजाफा हुआ है, जिसको कंट्रोल करना मुश्किल हो गया है. शहर में खाली जगहों की कमी है, जिसके चलते सड़कों पर ये लंबा जाम देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि राजधानी में ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए शिमला पुलिस वन मिनट ट्रैफिक प्लान को फिर से लागू करेगी और शहर को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने की कोशिश करेगी.
पहले भी वन मिनट ट्रैफिक प्लान किया था लागू
गौरतलब है कि शिमला में अक्सर जाम की समस्या सामने आती रहती है. जिसका सबसे ज्यादा नुकसान शहरवासियों को होता है. ऐसे में शहर में ट्रैफिक जाम की स्थिति से निटपने के लिए एसपी शिमला ने वन मिनट ट्रैफिक प्लान लागू किया था. जिसमें गाड़ियों को शहर से बाहर एक मिनट तक रोका जाता था और थोड़ा-थोड़ा कर गाड़ियों को शहर में भेजा जाता था.
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