शिमला: हिमाचल में नशा तस्करों की नजर युवा पीढ़ी पर है. ये तस्कर युवाओं को नशे के दलदल में धकेल रहे हैं. नशे के आदी कई युवा अपना जीवन बर्बाद कर चुके हैं. पुलिस इन नशा तस्करों के खिलाफ समय समय पर कार्रवाई भी कर रही है. कुछ महीने पहले ही शिमला पुलिस ने शाही महात्मा और राधे गैंग का भंडाफोड़ किया है. ये दोनों गैंग लंबे समय से चिट्टा तस्करी को अंजाम दे रहे थे.
शिमला पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है. मिशन क्लीन के तहत शिमला पुलिस ने एक और चिट्टा तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ किया है. रामपुर के तहत आने वाले ननखड़ी में शिमला पुलिस ने 41.810 ग्राम चिट्टे के साथ एक गिरोह के 3 चिट्टा तस्करों को गिरफ्तार किया है. इसमें चिट्टा तस्करी का किंगपिन भी शामिल है. ये गिरोह शिमला के ननखड़ी, रामपुर और कुमारसैन क्षेत्र में सक्रिय था.
इस गिरोह का सरगना चिट्टा तस्करी के मामलों में कई बार जेल की हवा भी खा चुका है, लेकिन हर बार जेल से बाहर आने के बाद इस गिरोह का सरगना अपनी गैंग के साथ चिट्टा तस्करी के काम को अंजाम देने में जुटा जाता था. अब पुलिस इस गैंग के सरगना को फिर से दबोचा है.
वहीं, अब गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के आधार पर पुलिस इस गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ कर रही है, ताकि इसके पूरे नेटवर्क को तोड़ा जा सके. शिमला पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपियों की पहचान 50 वर्षीय बलबीर सिंह उर्फ फौजी, 32 वर्षीय अखिलेश कुमार और संजीव मेहता के रूप में हुई है. तीनों ही आरोपी ननखड़ी के रहने वाले हैं. पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ अगली कार्रवाई शुरू कर दी है. एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि, 'नशा तस्करों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.'