शिमला: हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित अवैध खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने चार्जशीट दाखिल कर दी है. इसमें हिमाचल की ब्यास नदी व यूपी में यमुना नदी के किनारे अवैध खनन को लेकर अभियोजन शिकायत यानी प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट (पीसी) दायर की गई है. हिमाचल के नादौन से संबंध रखने वाले ज्ञान चंद व सात अन्य का नाम इस अभियोजन शिकायत में शामिल है. ईडी के मुताबिक ज्ञान चंद के अलावा अन्य लोगों में संजय कुमार, संजय शर्मा, गढ़वाल स्टोन क्रशर (इसमें ज्ञान चंद, संजय कुमार, संजय धीमान, संजय शर्मा व धर्मेंद्र सिंह हिस्सेदार हैं), दीपक चौधरी, भानू कर्णवाल, रविंद्र कुमार मलिक व स्टार माइंस (दीपक चौधरी, भानू कर्णवाल व रविंद्र मलिक की हिस्सेदारी वाली फर्म) शामिल है.
चार्जशीट में ये सभी नाम दर्ज हैं. ये चार्जशीट गाजियाबाद की पीएमएलए की स्पेशल कोर्ट में दाखिल की गई है. कोर्ट ने इसी साल 17 जनवरी को ईडी की तरफ से दाखिल की गई अभियोजन शिकायत का भी संज्ञान लिया है. आरोप है कि ज्ञान चंद सहित अन्य ने ब्यास नदी के किनारे अवैध खनन किया है इस संदर्भ में ईडी ने हिमाचल में छापेमारी भी की थी.
उल्लेखनीय है कि अवैध खनन से जुड़े इस मामले में ईडी ने ज्ञान चंद व उसके साथी संजय कुमार उर्फ संजय धीमान को पिछले साल 18 नवंबर को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि ज्ञान चंद के स्वामित्व वाले मां ज्वाला स्टोन क्रशर व गढ़वाल स्टोन क्रशर अवैध खनन में शामिल हैं. ईडी ने इसी सिलसिले में चार करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति भी अटैच की है. ईडी ने ज्वालामुखी, नादौन सहित यूपी के सहारनपुर में छापेमारी की थी.
दस्तावेजों की बरामदगी से पता चला है कि आरोपी बड़े पैमाने पर अवैध खनन में शामिल रहे हैं. बाद में सहारनपुर के बेहट थाने में ज्ञान चंद व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी. ईडी इस प्राथमिकी को भी अपने जांच के दायरे में शामिल कर चुकी है. हिमाचल में ये मामला सियासी रंग ले चुका है. भाजपा का आरोप है कि ज्ञान चंद का संपर्क बड़े नेताओं से रहा है. फिलहाल, ईडी ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है.
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