शिमला:हिमाचल की राजधानीशिमला में एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या करने के बाद शव को जलाने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. चोरी करने के शक में और मंदिर में आग लगाने को लेकर ये हत्या की गई थी. कुछ ग्रामीणों ने व्यक्ति को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था. पुलिस ने अब इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है.
इन आरोपियों में राजीव, गीता राम, ताराचंद, आशीष, विनय, हेमंत और शंकर लाल शामिल हैं. पुलिस का दावा है कि ये मारपीट करने और हत्या में शामिल थे. ये सभी गलोट पंचायत के शिलडू गांव के रहने वाले हैं. वारदात के 11 दिन बाद मृतक की मां की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था. घटना राजधानी शिमला के बालूगंज थाना क्षेत्र के गलोट पंचायत में हुई थी.
मृतक युवक की मां तारा देवी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराया. शिकायत में तारा देवी ने कहा था कि उसका बेटा टिकमचंद पिछले 8 साल से पनेश के साथ लगते गांव खरयाड़ में सेवानंद नाम के व्यक्ति के घर में मजदूरी का काम करता था. बीते 22 मार्च को सेवानंद की पत्नी प्रभा ने उसे फोन कर बताया कि इसके बेटे की गिरने के कारण मौत हो गई है और वे शव का अंतिम संस्कार कर रहे हैं. शिकायतकर्ता के मुताबिक उसे यह बताया गया था कि उसके बेटे ने मंदिर में चोरी की है और गिरने की वजह से उसकी जान गई है.