नई दिल्ली: नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में बीते 19-20 मई की रात के वक्त स्वीट शॉप के मैनेजर से हुई लाखों रुपए की लूट की सनसनीखेज वारदात को दिल्ली पुलिस ने सुलझा लिया है. शास्त्री पार्क थाना पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को धरदबोचने में कामयाबी हासिल की है. जिनकी पहचान हरमनप्रीत सिंह (22), मोनू शर्मा (30) और कार्तिक शर्मा उर्फ कालू (22) के रूप में की है.
आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने लूट की रकम 3 लाख रुपए, 2 देसी पिस्तौल, 4 जिंदा कारतूस, लूटी गई स्कूटी, चाबी और वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल बरामद कर ली है.
पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार (SOURCE: ETV BHARAT) नॉर्थ ईस्ट दिल्ली जिला डीसीपी डॉ. जॉय टिर्की ने बताया कि 19 से 20 मई की मध्यरात्रि को नकद रुपये सहित स्कूटी लूटने की एक पीसीआर कॉल शास्त्री पार्क थाने के मिली थी. ये लूटपाट जीटी रोड पर आईटी पार्क रेड लाइट के पास हुई थी. शिकायतकर्ता राज कुमार (36) ने शिकायत दर्ज कराई और बताया था कि वो कृष्णा नगर इलाके में एक मिठाई की दुकान पर मैनेजर के रूप में काम करता है. जब वह शास्त्री पार्क इलाके में रेड लाइट के पास पहुंचा तो उसके साथ लूटपाट की ये वारदात हुई.
कैसे हुई लूट की वारदात?
शिकायतकर्ता कैश कलेक्शन के बाद वह अपने मालिक के घर कैश देने के लिए अपनी स्कूटी से मलका गंज जा रहा था. जब वह मेन जीटी रोड पर आईटी पार्क रेड लाइट के पास पहुंचा, तो अचानक मोटरसाइकिल पर सवार अज्ञात शख्स उसकी स्कूटी के पास आए और उनमें से एक ने उसकी स्कूटी को लात मार दी, जिससे वह असंतुलित हो गया और सड़क किनारे गिर गया. बाइक पर सवार दो अन्य अज्ञात आरोपी मोटरसाइकिल से उतरे और उसकी स्कूटी को लूट लिया. इस स्कूटी में ही वह 3,03,500 रुपये नकद ले जा रहा था. उसने लूटपाट का विरोध किया तो एक लुटेरे ने उसके सिर पर किसी भारी चीज से वार कर दिया, जिससे उसके सिर से खून बहने लगा. इसके बाद सभी लुटेरे मौके से फरार हो गए. इसके बाद 20 मई को आईपीसी की अलग-अलग धाराओं 392/394/120बी/34 आईपीसी और आर्म्स एक्ट की धारा 25/27 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई.
इस मामले में एसीपी सीलमपुर संजय शर्मा के निरीक्षण और SHO शास्त्री पार्क थाना इंस्पेक्टर मनजीत सिंह की नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया. इसमें इंस्पेक्टर हवा सिंह, एसआई रॉबिन, एसआई रॉकी कटिंगल, एएसआई बिजेंदर, हेड कांस्टेबल शिवराज, हेड कांस्टेबल हवा सिंह, कांस्टेबल चांद राम और कांस्टेबल रणजीत को शामिल किया गया है. टीम ने आरोपियों की धरपकड़ करने के लिए इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले और लोकल स्तर पर सक्रिय मुखबिरों से जानकारी हासिल की. टेक्नीकल सर्विलांस की मदद भी ली. इसके बाद संदिग्धों की पहचान की गई.
अपराध में इस्तेमाल बाइक भी बरामद हुई
इसके बाद टीम ने पूरा जाल बिछाया और जग प्रवेश चंद्रा अस्पताल के पास के इलाके से दो आरोपियों को धरदबोच लिया गया. आरोपियों की पहचान हरमनप्रीत सिंह, निवासी ज्वाला नगर, शाहदरा और मोनू शर्मा, निवासी ज्वाला नगर, शाहदरा के रूप में की गई. इनके कब्जे से 2 देसी पिस्तौल समेत 4 जिंदा कारतूस और स्कूटी की एक चाबी बरामद की गई. पूछताछ करने पर उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया और अपने तीसरे सहयोगी के बारे में खुलासा किया. उनकी निशानदेही पर छापेमारी की गई और मामले में तीसरे आरोपी कार्तिक शर्मा उर्फ कालू, निवासी पुरानी सीमापुरी को भी पकड़ लिया गया. उसकी निशानदेही पर अपराध में इस्तेमाल मोटरसाइकिल बजाज पल्सर यूपी-16डीयू-8240 भी बरामद कर ली गई.
पुलिस पूछताछ में पता चला कि मोनू और कार्तिक चचेरे भाई हैं और वर्तमान में आरोपी हरमन और मोनू ज्वाला नगर, शहादरा में किराए के मकान में रहते हैं. हाल ही में, हरमन गाजीपुर इलाके में एक स्कूल बस चालक के रूप में काम करता था, लेकिन वर्तमान में हरमन और मोनू दोनों बेरोजगार हैं. उन्होंने एक साजिश रची और कुछ शॉफ्ट टॉरगेट की तलाश में पास के मार्केट एरिया में रेकी की. वारदात वाली रात राजकुमार को देर रात में अपनी दुकान से निकलते हुए देखा. उन्होंने उसकी स्कूटी का पीछा किया और शास्त्री पार्क रेड लाइट के पास उसे लूट लिया. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने आसान तरीके से पैसा कमाने के लिए अपराध किया ताकि अपनी शानदार लाइफस्टाइल की जरुरतों को पूरा कर सकें. इसके अलावा अन्य मामलों में भी आरोपियों संलिप्तता का पता लगाया जा रहा है. आरोपी मोनू के खिलाफ पहले से उत्तर प्रदेश में दो मामले दर्ज हैं.
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