नई दिल्ली: दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे Delhi EV Expo में इस बार एक नई तकनीकी नवाचार ने सबका ध्यान खींचा है. यहां प्रदर्शित एक बैटरी, जो न केवल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस है, बल्कि इलेक्ट्रिक वाहन चालकों को उनकी बैटरी के डिस्चार्ज होने से पहले सही रास्ता बताने में सक्षम है. इस बैटरी को गूगल मैप से जोड़कर बैटरी के चार्ज की स्थिति और ड्राइवर के गंतव्य के अनुसार सटीक मार्ग बताती है.
इंटेलिजेंट बैटरी का स्मार्ट मॉनिटरिंग सिस्टम: इस नई बैटरी में टेलीमेटिक्स की सुविधा दी गई है, जो बैटरी की स्थिति को पूरी तरह से ट्रैक करती है. वाहन चालक मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से अपनी बैटरी का स्तर, चार्जिंग की स्थिति और बैटरी के डिस्चार्ज होने के समय का सटीक अनुमान लगा सकते हैं. साथ ही, गूगल मैप की मदद से यह बैटरी वाहन चालक को न केवल गंतव्य तक पहुंचने का रास्ता बताती है, बल्कि उन्हें आसपास के चार्जिंग स्टेशन के बारे में भी सूचित करती है. इस तकनीक से इलेक्ट्रिक वाहन चालकों को लंबे सफर के दौरान चार्जिंग की चिंता नहीं रहेगी और वे अपने रास्ते को और अधिक स्मार्ट तरीके से चुन सकेंगे.
सस्ती और स्मार्ट बैटरी का अनूठा लीजिंग मॉडल: इस बैटरी को विकसित करने वाली कंपनी ने भारत में अपनी तरह का पहला लीजिंग मॉडल पेश किया है. इस मॉडल के तहत, ग्राहक केवल आसान किश्तों में बैटरी, चार्जिंग हार्नेस और मीटर जैसी सभी सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं. यह बैटरी एक बार चार्ज करने पर 100 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय कर सकती है और ग्राहक घर पर ही इसे चार्ज कर सकते हैं. यह बैटरी न केवल पर्यावरण को बचाने में मदद करती है, बल्कि ग्राहकों के लिए यह एक किफायती और सुविधाजनक विकल्प भी बनती है.
रिक्शा चालकों के लिए अच्छा विकल्प: इस बैटरी का सबसे ज्यादा लाभ रिक्शा चालकों को हो रहा है, जो एक दिन में 100 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करने में उपयोग कर रहे हैं. रिक्शा चालकों को अब यह सुविधा मिल रही है कि वे बैटरी का पूरा चार्ज इस्तेमाल करने से पहले ही यह जान सकें कि उनके पास कितना चार्ज बचा है और अगली बार चार्जिंग स्टेशन पर जाने के लिए कितनी दूरी तय की जा सकती है. इससे न केवल उनकी कार्यक्षमता में सुधार होगा, बल्कि उनकी यात्रा भी अधिक सुरक्षित और सहज हो जाएगी.
आगे की दिशा और संभावनाएं: यह तकनीकी नवाचार भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग में एक क्रांतिकारी कदम साबित हो सकता है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और टेलीमेटिक्स का उपयोग बैटरी तकनीक में इस तरह से किया गया है कि इससे वाहन चालकों के लिए यात्रा करना और भी आसान हो गया है. आने वाले समय में इस प्रकार की बैटरी का उपयोग न केवल रिक्शा चालकों के लिए, बल्कि निजी वाहनों के लिए भी संभव हो सकता है. इससे न केवल ऊर्जा की बचत होगी, बल्कि यात्रा की सुरक्षा और आराम भी बढ़ेगा. यह बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में एक नई क्रांति का संकेत देती है, जो पर्यावरण को बचाने के साथ-साथ यात्रा को भी ज्यादा स्मार्ट और सुरक्षित बनाएगी.
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