रांची: मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के आवेदन को लेने में आ रही तकनीकी समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विशेष कैंप का आयोजन 15 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया है. सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए मुख्यमंत्री ने 10 अगस्त के बजाय 15 अगस्त तक विशेष कैंप आयोजित होने और बिचौलियों से सावधान रहने की बात कही है.
उन्होंने लिखा है कि योजना का लाभ लेने में बहनों को आ रही शुरुआती परेशानी को देखते हुए वरीय पदाधिकारी के साथ बैठक हुई है और योजना को लेकर दिख रहे उत्साह को देखते हुए राज्य में प्रज्ञा केंद्रों की संख्या भी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. विशेष कैंप के बाद भी इस योजना के माध्यम से बहनें लाभ ले सकती हैं. यह योजना पूरी तरह से निशुल्क है इसलिए बिचौलियों से सावधान रहने की आवश्यकता है सभी जिला प्रशासन को इस संबंध में निर्देश दिया गया है कि कहीं भी बिचौलियों की सूचना मिले तो उन पर कड़ी कार्रवाई करें.
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत झारखंड की 21 से 50 वर्ष की सभी महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपया देने का प्रावधान है. आगामी 15 अगस्त को मुख्यमंत्री के हाथों लाभुकों को पैसे दिए जाने की तैयारी है. इन सबके बीच राज्य में इस योजना के लिए मिल रहे आवेदन फॉर्म के लिए भी पैसे मांगे जाने और बिचौलिए के सक्रिय होने की शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंच गई है. जबकि फॉर्म बिल्कुल निशुल्क है और फोटो कॉपी कराया हुआ भी मान्य है.
विभागीय सचिव मनोज कुमार के अनुसार जिलों को भी फॉर्म प्रिंट कराने के लिए अधिकृत किया गया है साथ ही वेबसाइट पर आवेदन की पीडीएफ प्रति को भी प्रिंट कराकर या उसका फोटो कॉपी कराकर आवेदन किया जा सकता है. इधर, गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने सरकार पर हमला बोलते हुए एक्स पर पोस्ट किया है. उन्होंने साहेबगंज के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के कार्यालय आदेश की चिठ्ठी टैग करते हुए लिखा है कि लो कर लो बात, अभी मंईयां मिला नहीं, भइया माल लेने पहुंच गया. निशिकांत दुबे के इस पोस्ट पर कांग्रेस की ओर से प्रक्रिया आई है. कांग्रेस के प्रवक्ता कमल ठाकुर ने कहा कि इस सरकार में निशिकांत दुबे को कोई सीरियसली नहीं लेता है. योजना अच्छी है, रिस्पॉन्स बढ़िया है, इसलिए उनलोगों के तकलीफ हो रही है.
उधर, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने महिलाओं को हो रही परेशानी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह सरकार महाठग सरकार है और ठग का नया संस्करण लेकर आया है. आखिरी समय में यह सरकार फॉर्म भरने का काम किया शुरू किया है. धनरोपनी का समय है, खेती छोड़कर कैंप में लाइन लगी महिलाओं को निराशा हाथ लग रही है.