मुंगेर:ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन कारखाना शाखा जमालपुर के कार्यालय में 8 मई 1974 में हुए रेल हड़ताल के 50 वर्ष पूरा होने पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस दौरान 1974 के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शहीद बेदी पर माल्यार्पण और दो मिनट का मौन धारण कर नमन किया गया. हड़ताल में शामिल ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के पूर्व शाखा पदाधिकारी विष्णु देव प्रसाद यादव, सखीचंद मंडल, भोलानाथ यादव ने संयुक्त रूप से संगोष्ठी को संबोधित किया और केंद्र सरकार पर हमला बोला.
रेल हड़ताल के 50 साल:इस दौरान उन्होंने हड़ताल में घटित आंखों देखी घटना को पूरे विस्तार से कारखाना कर्मियों के सामने रखा. उन्होंने बताया कि 'उस समय की केंद्र सरकार द्वारा हड़ताली कर्मचारियों पर विभिन्न तरह का दबाव दिया गया, जिसके कारण चार रेलकर्मी पुलिस की गोली से शहीद हो गए. उनमें कॉमरेड बीआर मालगी (सेंट्रल रेलवे), कॉमरेड श्रीपाल दिवेदी (उत्तर रेलवे), कॉमरेड भाववारिया (पश्चिम रेलवे) और कॉमरेड एस रामामस्वामी (दक्षिण रेलवे) थे. वहीं हजारों लोग नौकरी से बर्खास्त कर दिए गए.'
20 दिनों तक चला था हड़ताल: बताया कि यह हड़ताल पूरे देश में ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के नेतृत्व में तत्कालीन महामंत्री कामरेड प्रिया गुप्ता और ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के अध्यक्ष जॉर्ज फर्नांडिस के नेतृत्व में 20 दिनों तक चली थी. जबकि जमालपुर कारखाने में यह हड़ताल 22 दिनों तक जारी रही. मजदूर एकता के इस मंजर ने पूरे देश का राजनीतिक फिजा ही बदल कर रख दिया, जिसके कारण आम चुनाव में सत्ताधारी दल को हर का सामना करना पड़ा.