नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस पर गुरुवार को लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तिरंगा फहराएंगे. इस भव्य समारोह के मद्देनजर सड़क से लेकर आसमान तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कड़ी की गई है. भव्य समारोह के आयोजन के चलते लाल किला और पूरी दिल्ली की सुरक्षा में एनएसजी, एसपीजी, पैरामिलिट्री फोर्सेस और दिल्ली पुलिस के तकरीबन 35000 से ज्यादा जवानों को राजधानी की सुरक्षा की कमान सौंपी गई है.
अकेले लाल किले की सुरक्षा के लिए 6 स्तरीय सुरक्षा बनाई गई है, जिसको पार कर पाना किसी के लिए इतना आसान नहीं होगा. खुफिया एजेंसियों को मिले इनपुट्स के बाद इसको और सख्त कर दिया गया है. इसके चलते सैकड़ों स्नाइपर, एयर डिफेंस सिस्टम और 2000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की नजर समारोह स्थल पर रहेगी.
आतंकी खतरे से निपटने के लिए खुफिया एजेंसी अलर्ट: स्वतंत्रता दिवस पर लाल किला, इंडिया गेट और संसद भवन समेत तमाम सरकारी इमारतों को देश भक्ति के रंग से पूरी तरह से सराबोर किया गया है. साथ ही किसी भी आतंकी खतरे से निपटने के लिए खुफिया एजेंसी भी पूरी तरीके से अलर्ट हैं.
खुफिया जानकारियां मिली है कि आतंकी 15 अगस्त पर ह्यूमन बम का भी इस्तेमाल कर हमला कर सकते हैं. इसको लेकर सभी सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरीह से चौकस हैं. आतंकियों की तरफ से वीवीआईपी को निशाना बनाने की खुफिया जानकारियां एजेंसियों को मिली हैं. इसके चलते लाल किला की सुरक्षा को अभेद्द किले में तब्दील किया गया है.
लाल किला के आसपास कड़ी निगरानी की जा रही है. दिल्ली पुलिस की ओर से इसके लिए 600 क्रिटिकल पॉइंट भी बनाए गए हैं. जहां से पैनी नजर रखी जा रही है. इतना ही नहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस 700 कैमरों से भी फैसियल रिकॉग्निशन टेक्निक का प्रयोग किया जा रहा है, जोकि सुरक्षा के लिहाज से काफी उत्तम मानी जाती है.
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रोटेटिंग सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल: इसके अलावा 2000 से ज्यादा पॉइंट टू जूम और रोटेटिंग सीसीटीवी कैमरे भी इंस्टॉल किए गए हैं, जोकि लाल किले के आसपास के तकरीबन 5 किलोमीटर के दायरे में हर छोटी से छोटी होने वाली गतिविधि पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. सेंट्रल और नॉर्थ दिल्ली के बीच 14 और 15 अगस्त के दिन के लिए करीब 10,000 से ज्यादा सिक्योरिटी पर्सनल को तैनात किया गया है. वहीं, दिल्ली पुलिस के बीट ऑफिसरों की ओर से 500 गेस्ट हाउस को भी चेकिंग करने का काम किया गया है जिससे किसी भी संदिग्ध का पता लगाया जा सके.
नॉर्थ दिल्ली से लेकर सेंट्रल दिल्ली के बीच कई खास चेकिंग पॉइंट भी बनाए गए हैं जिसको लेकर 6500 से ज्यादा सेंड के पैकेट रखे गए हैं. आसमान से भी खास नजर रखी जा रही है. लाल किले के आसपास की ऊंची इमारतों पर भी स्नाइपर की तैनाती की गई है जिससे कि किसी भी अनहोनी का तुरंत पता लगाकर रोका जा सके. 15 अगस्त की सुबह से ही नॉर्थ दिल्ली और सेंट्रल दिल्ली का इलाका 'नो फ्लाइंग जोन' रहेगा जहां एयर डिफेंस सिस्टम भी तैनात किए गए हैं.
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