जयपुर.प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने नए शैक्षणिक सत्र में पाठ्यक्रम में बदलाव करते हुए महाराणा प्रताप, शिवाजी और वीर सावरकर को पढ़ाए जाने की ओर इशारा किया है. साथ ही कहा कि वीर सावरकर को अंग्रेजों का जासूस और पिट्ठू बताने वाले सावरकर का ही नहीं, बल्कि देश का अपमान कर रहे, ऐसा कहने वाले लोग कभी देशभक्त नहीं हो सकते हैं. बीते साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 मई को देश को नया संसद भवन समर्पित किया था. उस वक्त विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम का विरोध किया था, जिसका एक कारण 28 मई यानी सावरकर जयंती का दिन होना भी था. हालांकि, खुद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सावरकर को देश का महान सपूत बताया था और ये पत्र आज भी इतिहास के पन्नों में दर्ज है, लेकिन कांग्रेस के कुछ नेता सावरकर को अंग्रेजों का पिट्ठू बताते हैं. ऐसे नेताओं को देश का अपमान करने वाला बताते हुए प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने नए पाठ्यक्रम में वीर सावरकर को पढ़ाए जाने की ओर इशारा किया है.
दिलावर ने कहा कि महाक्रांतिकारी वीर सावरकर को अंग्रेजों ने दो आजीवन कारावास की सजा दी. 40 साल तक वो जेल की काल कोठरी में रहे, जिन्होंने कोहलू चलाया और पीछे से चाबुक खाए. काला पानी की सजा भोगी. उनके बारे में कुछ कांग्रेस के लोग ये कहते हैं कि वो अंग्रेजों के पिट्ठू थे और उन्होंने अंग्रेजों से माफी मांगी थी, उन्हें जासूस बताते हैं. यह कहना वीर सावरकर का बहुत बड़ा अपमान है. वीर सावरकर का ही नहीं, बल्कि देश का अपमान है. ये कहने वाले लोग कभी देशभक्त नहीं हो सकते हैं.
इसे भी पढ़ें -मदन दिलावर का विवादित बयान, बोले- अकबर बलात्कारी था, उसको महान कहना मूर्खता है