पटना:बिहार में सत्तू की खूब डिमांडहै, खास तौर पर गर्मियों में सत्तू पीना सेहत के लिए काफी फायदेमंद है. लेकिन लोकसभा चुनाव में सत्तू राजनीति का मुद्दा बन गया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा गृह मंत्री अमित शाह को सत्तू पीने की सलाह देने के बाद बिहार में सत्तू पर सियासत छिड़ गई है. सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे को सेहत का ख्याल रखने के लिए सत्तू पीने की सलाह दे रहे हैं.
जदयू ने तेजस्वी यादव को दी नसीहत:जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्तू का अनुभव तो तेजस्वी के लिए स्वाभाविक है. उन्होंने एक वाक्या याद दिलाते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव जब होटवार जेल में थे तो सत्तू पीते थे. अभी फिलहाल हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल सत्तू का आनंद उठा रहे हैं. जेल की सलाखों के भीतर सत्तू पीना और उसका अनुभव करने की विरासत तेजस्वी यादव को मिली है.
'तेजस्वी यादव को भी सत्तू पीना पड़ेगा': जेडीयू नेता नीरज ने कहा कि अब तेजस्वी यादव की बारी है. केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी और सीबीआई उनके खिलाफ जांच कर रही है. संभावना है कि जल्द ही लालू यादव के जैसे उनके लाल को भी जेल का सत्तू पीना पड़ेगा, इसलिए उन्हें इस बात के लिए तैयार रहना चाहिए. नीरज कुमार ने कहा कि सत्तू, गरीब किसान तैयार करते हैं, जो देश-दुनिया में प्रसिद्ध है, इसलिए तेजस्वी यादव से अनुरोध करेंगे कि सत्तू पीएं.
"तेजस्वी यादव के खिलाफ भी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की जांच चल रही है और उन्हें भी सत्तू की जरूरत पड़ सकती है. नौकरी के नाम पर किसान और गरीबों की जमीन को आपने लिखवाने का काम किया. जहां आपके पिता गए, वहां आपको भी जाने का मौका मिल सकता है. जेल में सत्तू पीजीएगा तो आपको अपच हो जाएगा. किसानों और गरीबों की आत्मा को शांति मिलेगी कि जिसने हमारी जमीन लिखवाई वह जेल में सत्तू पी रहा है."- नीरज कुमार, जदयू प्रवक्ता