सतना:मध्य प्रदेश के सतना में नगर निगम ने अनोखी निविदा निकाली है. इस निविदा में नगर निगम ने बताया है, कि आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए 40 लाख रुपए का खर्च आएगा. प्रति कुत्तों का खर्च एक हजार रुपए आएगा और सभी कुत्तों की नगर निगम द्वारा नसबंदी कराई जाएगी. आवारा कुत्तों के आतंक को देखते हुए नगर निगम में पहली बार ऐसी निविदा निकाली है.
कुत्तों की नसबंदी पर निगम खर्च करेगा 40 लाख
आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए सतना नगर निगम द्वारा एक टेंडर निकाला गया है. यह टेंडर 40 लाख रुपए का है. दरअसल, सतना शहर में आवारा कुत्तों का आतंक हर गली मोहल्ले में बढ़ता ही जा रहा है. वहीं लगातार इनकी संख्या में इजाफ़ा होता जा रहा है. ऐसे में नगर निगम ने इनके आतंक और संख्या में लगाम लगाने नसबंदी कराने की योजना बनाई है.
प्रति कुत्ता 1000 रुपए मिलेंगे
निगम ने प्रति कुत्तों की नसबंदी के लिए 1000 रुपए का खर्च तय किया है. नगर निगम से टेंडर लेने वाला व्यक्ति या संस्थान सभी आवारा कुत्तों को पकड़कर उनका बधियाकरण और टीकाकरण कराएगा. जिसमें कुत्तों को पकड़ना और छोड़ना 300 रुपये, पशु चिकित्सक (शल्य क्रिया) 200 रुपये, पशु देखभाल परिचारक, सफाई एजेंट, नसबंदी आदि का 40 रुपये, दवाईया ऐनेस्थिसिया, सूचर मटेरियल, एन्टीबायोटिक, मल्टीविटामिन व अन्य औषधि 300 रुपये, एंटी रेबीज टीकाकरण 100 रुपये, चिकित्सा पश्चात् आहार (दो दिवस हेतु) 60 रुपये, कुल व्यय प्रति श्वान 1000 रुपये है.
शहर में बढ़ी कुत्तों की संख्या
नगर निगम की डिप्टी कमिश्नर भूपेंद्र देव परमार नेबताया कि "शासन स्तर पर एनिमल बर्थ कंट्रोल के निर्देश जारी हुए थे. जिसमें कुत्तों के अनकंट्रोल्ड जन्म हो रहे हैं. जिसकी वजह से उनकी संख्या बढ़ती जा रही है. जिसको देखते हुए बर्थ कंट्रोल के लिए पूरी प्रक्रिया तय की गई है. सतना नगर निगम द्वारा इसका टेंडर जारी किया गया है."