महंत परिवार पर सरोज पांडेय का अटैक, कोरबा के विकास पर भारी पड़ा परिवारवाद, DMF स्कैम पर रही इनकी चुप्पी - Saroj Pandey targets jyotsna mahant
कोरबा लोकसभा सीट पर ज्योत्सना महंत और सरोज पांडेय की टक्कर है. चुनाव से पहले चरण दास महंत ज्योत्सना महंत के लिए लगातार तूफानी प्रचार कर रहे हैं. चरणदास महंत बीजेपी उम्मीदवार सरोज पांडेय पर अटैक कर रहे हैं. बीजेपी की तरफ से भी महंत परिवार को जवाब दिया जा रहा है. सरोज पांडेय ने कोरबा के विकास पर महंत परिवार के परिवारवाद के हावी होने का आरोप लगा दिया है.
गौरेला पेंड्रा मरवाही: सरोज पांडेय कोरबा लोकसभा सीट से बीजेपी की प्रत्याशी हैं. वह लगातार कोरबा, मनेंद्रगढ़, कोरिया, और गौरेला पेंड्रा मरवाही में चुनाव प्रचार कर रही है. सरोज पांडेय के निशाने पर ज्योत्सना महंत हैं. क्योंकि कांग्रेस ने कोरबा से ज्योत्सना महंत को टिकट दिया है जो अभी इस सीट से मौजूदा सांसद भी हैं. गौरेला पेंड्रा मरवाही पहुंचने पर सरोज पांडेय ने महंत परिवार पर निशाना साधा. उन्होंने न सिर्फ ज्योत्सना महंत बल्कि चरणदास महंत पर भी अटैक किया.
परिवारवाद की वजह से कोरबा का नहीं हुआ विकास: सरोज पांडेय ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि कोरबा के विकास पर महंत परिवार का परिवारवाद हावी हो गया. यही वजह है कि कोरबा का विकास ठीक ढंग से नहीं हो पाया. कोरबा में लगातार भ्रष्टाचार होता रहा. डीएमएफ स्कैम इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.
"पहले चरण दास महंत के पिता यहां सांसद थे फिर चरण दास महंत आए और अब उनकी पत्नी ज्योत्सना महंत यहां से सांसद हैं. चरण दास महंत ने ज्योत्सना महंत को नियुक्ति पत्र दिया है चुनाव तो वो लड़ते हैं. ज्योत्सना महंत ने संसद में कभी कोई आवाज नहीं उठाई. पिछले कई वर्षों में महंत परिवार के प्रतिनिधित्व में जमकर भ्रष्टाचार हुआ. महंत परिवार ने क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं किया.डीएमएफ में हुए भ्रष्टाचार में कलेक्टर जेल गई. मंत्री ने तो आवाज उठाई पर चरण दास महंत या सांसद ने कभी कुछ नहीं कहा. विकास में कांग्रेस शून्य है जबकि भ्रष्टाचार में कांग्रेस एक नंबर पर है": सरोज पांडेय, कोरबा लोकसभा सीट से बीजेपी की प्रत्याशी
कांग्रेस कोई चुनौती नहीं: सरोज पांडेय ने कांग्रेस की तरफ से चुनौती की बात पर कहा कि कांग्रेस से कोई चुनौती नहीं है. पूरे देश में कांग्रेस अस्तित्व विहीन हो चुकी है. कांग्रेस को चुनौती के रूप में स्वीकार करना उपहास का विषय है. रायबरेली और अमेठी में प्रत्याशी घोषित न कर पाना इस बात को दर्शाता है कि कांग्रेस कहीं नहीं है अपने घर में ही चुनाव जीतने की स्थिति में नहीं है.
इससे पहले मनेंद्रगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान चरण दास महंत ने सरोज पांडेय को कोरबा से कमजोर उम्मीदवार बताया. जिससे बीजेपी आगबबूला हो गई और उसने महंत पर अटैक किया. अब खुद सरोज पांडेय ने महंत परिवार और कांग्रेस पर चौतरफा हमला किया है.