मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : सरगुजा संभाग के आयुक्त जीआर चुरेन्द्र ने शनिवार को एमसीबी जिला मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ से 110 किलोमीटर दूर जनकपुर में नशा मुक्ति का संदेश दिया. इस दौरान जीआर चुरेंद्र ने कहा कि नशा मुक्ति से स्वास्थ्य समाज शासन प्रशासन, राज्य की परिकल्पना साकार होगी.
गांव का विकास आपसी तालमेल से ही संभव : इस दौरान उन्होंने कहा कि पंचायत से लेकर जिला स्तर तक के जन प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बेहतर तालमेल आवश्यक है.ग्राम विकास की जिम्मेदारी सभी के तालमेल से ही संभव है. सामाजिक कुरीतियां और बुराईयां विकास में बाधा डालती है.इस दौरान जीआर चुरेंद्र ने शराब को समाज से पूरी तरह खत्म करने के लिए लोगों से सख्त कदम उठाने की अपील की.
नशामुक्ति से ही समाज होगा बेहतर : जीआर चुरेंद्र (ETV BHARAT CHHATTISGARH) एकाएक पूरी तरह से नशा बंद नहीं हो सकता लेकिन नशा सेवन में धीरे-धीरे कम करके रोक लगाया जा सकता है. हर गांव में सर्व समाज सामूहिक विवाह समिति गठित हो. ताकि विवाह समारोह में फिजूल खर्ची कम हो. समाज में आपसी भाईचारे को बढ़ावा मिले. ग्रामीणों के हर घर में शौचालय निर्माण और नियमित उपयोग सुनिश्चित हो- जीआर चुरेंद्र, कमिश्नर सरगुजा संभाग
इस दौरान चुरेंद्र ने कहा कि स्वच्छता ही बीमारियों से बचाव का प्रभावी तरीका है. इस दौरान जीआर चुरेंद्र ने ग्राम सभा पर प्रकाश भी डाला. चुरेंद्र के मुताबिक हर परिवार का एक सदस्य ग्राम सभा में हिस्सा ले. ताकि गांव के विकास की सही रणनीति बनाई जा सके. आत्मनिर्भर पंचायत के लिए श्रमदान और पंचायत भवन के साथ ही साथ गांव की साफ-सफाई हो. इस अवसर पर जल जंगल जमीन के बारे में चुरेंद्र ने कहा कि अपनी जमीन किसी को बिक्री नहीं करें और अच्छे से मान लगाकर खेती करें.
आयोजन पर बदइंतजामी का आरोप (ETV BHARAT CHHATTISGARH) जनप्रतिनिधियों ने लगाए बदइंतजामी के आरोप :वहीं 110 किलोमीटर दूर स्थित इस वनांचल क्षेत्र में आयोजित बैठक में आए ग्रामीण कुर्सियों पर ही सोते नजर आए. लोगों के मुताबिक अधिकारियों की ओर से पीने के पानी और बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था नहीं की गई थी. जबकि अफसर अपने विभाग के लोगों का ख्याल रख रहे थे. इस दौरान जनपद पंचायत सदस्य करिया लाठी ने आरोप लगाते हुए कहा कि ग्रामीणों को केवल बुलाने की औपचारिकता की जाती है. अधिकारी खुद बढ़िया कुर्सियों पर बैठते हैं, चाय-नाश्ता करते हैं, और जनता के लिए पानी तक का इंतजाम नहीं होता. ये पूरी प्रक्रिया दिखावटी है.
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