पटनाःदेश भर में सरस्वती पूजा की तैयारी चल रही है. विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा 14 फरवरी को होगी. सरस्वती पूजा के मौके पर बिहार के चर्चित आईपीएस अधिकारी के बारे में बताएंगे जो बचपन में मां सरस्वती की पूजा कैसे करते थे. उन्होंने बचपन के समय की सरस्वती पूजा याद करते हुए कई किस्से बताए. सभी अपने बचपनों को याद कर भावूक हो गए.
धूमधाम से पूजा करते थे विकास वैभवः चर्चित आईपीएस विकास वैभव सरस्वती पूजा को लेकर ईटीवी भारत से बातचीत की. विकास वैभव ने टेलीफोनिक बातचीत के दौरान कहा कि सरस्वती पूजा आम से लेकर खास सभी लोग करते हैं. बिहार में इसकी धूम देखने को मिलती है. उन्होंने कहा कि अपने पढ़ाई के दौरान वे निःशुल्क कोचिंग देते थे. उस समय भी मां सरस्वती की पूजा अर्चना करते थे.
एक महीने पहले से होती थी तैयारीः विकास वैभव बताते हैं कि गांव में दोस्तों के साथ एक महीना पहले से तैयारी करते थे. गांव में घूम घूमकर सरस्वती पूजा करने के लिए चंदा मांगते थे. पहले 11 या 21 रुपए चंदा मिलता था. इसी पैसे से सरस्वती मां की प्रतिमा लाते थे. प्रतिमा लाने के दौरान पूरे रास्ते जयकारा लगाते आते थे. रातभर अपने दोस्तों के साथ मिलकर पूजास्थल को सजाते थे.
दोस्तों के साथ घूमते थे मनोज तिवारीः आईपीएस मनोज तिवारी ने बातचीत में बताया कि हिंदू धर्म में पूजा का एक विशेष महत्व है. बचपन में मां सरस्वती कि पूजा करने के लिए पूरे साल इंतजार करते थे. गांव के सभी लोगों से सामर्थ्य के अनुसार चंदा मांगते थे. उस चंदा के पैसे से मां सरस्वती की प्रतिमा लाकर सजाया जाता था. पूजा होने के बाद अपने दोस्तों के साथ स्कूल और कोचिंग में घूम घूमकर प्रसाद खाते थे. शाम में सरस्वती मां की आरती में काफी संख्या में भीड़ जुटती थी.
शाम में गीत संगीत का होता था आयोजनः मनोज तिवारी बताते हैं कि रात में गीत-संगीत का प्रोग्राम होता था. गांव के बड़े बुजुर्ग सभी लोग आते थे. उन्होंने बताया कि वह दिन आज भी याद कर मुझे प्रसन्नता होती है. बचपन का वह दौर अब दोबारा नहीं मिलेगा. छात्रों से मेरी यही कामना है कि मां सरस्वती की पूजा धूमधाम से करें. किसी प्रकार की कोई ऐसा कदम न उठाएं जिससे कि किसी अन्य लोगों को परेशानी हो.