पटनाः लोकसभा चुनाव का प्रचार के लिए जदयू ने नीतीश कुमार के कार्यकाल का एक वीडियो सॉन्ग बनाया है. इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लॉन्च कर दिया गया है. 5 मिनट के वीडियो सॉन्ग को तैयार करने में नीतीश कुमार के खास संजय झा की बड़ी भूमिका है. राज्यसभा सांसद संजय झा ने कहा इस सॉन्ग में मुख्य रूप से यह दिखाने की कोशिश की गई है कि नीतीश कुमार ने खाली खजाना और खोई इज्ज्ज्त बिहार की फिर से कैसे वापस लाए.
2005 से अब तक के बिहार को दर्शायाः संजय झा ने कहा कि जब 2005 में मुख्यमंत्री को बिहार की कुर्सी मिली थी उसे समय खजाना खाली था. तनखाह देने के लिए भी पैसे नहीं थे. पूरे देश में बिहार बदनाम था. बिहार का नाम अच्छे कामों के लिए नहीं लिया जाता था. उस समय से लेकर आज तक बिहार जो विकास का कार्य हुआ है. उसे इस गाना में दिखाया गया है.
'मेजर हाइलाइट्स दिखाने की कोशिश': सॉन्ग किसने तैयार किया है? इस पर संजय झा ने कहा कि बिहार के ही बच्चे हैं जो अच्छा काम कर रहे हैं. 17 -18 साल के कामकाज को 5 मिनट के सॉन्ग में दिखाने की कोशिश हुई है. इस पर संजय झा ने कहा कि नीतीश कुमार का इतना विराट स्वरूप है कि 3 घंटे की फिल्म में भी दिखाना संभव नहीं है लेकिन हम लोगों ने जो मेजर हाइलाइट्स है उसको दिखाने की कोशिश की है.
"इस गाना का थीम है खाली खजाना खोई इज्जत कैसे वापस लाए. 2005 में नीतीश कुमार ने बिहार का काम संभाले उस समय खजाना खाली था. बिहार पूरे देश में बदनाम था. वहां से लेकर आज बिहार जहां तक पहुंचा है. बिहार में विकास, रोजगार, नौकरी इन सब बातों को लेकर हमलोगों ने एक गाना बनवाया है. नीतीश कुमार का विराट स्वरूप है. उनके काम को तीन घंटे के फिल्म में भी नहीं दिखाया जा सकता है."-संजय झा, राज्यसभा सांसद
पहले भी आया था स्लोगनः आपको बता दें किपहले भी नीतीश कुमार को लेकर एक स्लोगन आया था. "बिहार में बहार है नीतीशे कुमार है'.इस बार का प्रचार गानापूरी तरह से अलग है. इस पर संजय झा ने कहा कि पहले वाले सॉन्ग से यह अलग है. संजय झा ने नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने संघर्ष करके ही बिहार को यहां तक लाया है. उन्होंने अपने जीवन का सबकुछ बिहार के लिए दिया है. अपने लिए कुछ नहीं लिया.
लोगों को करेगा जागरूकः संजय झा ने कहा कि सभी प्लेटफार्म पर इसे दिखाया जाएगा. एलईडी वाले वहान पर भी इसे दिखाने की तैयारी है. वाहन को लोकसभा क्षेत्र में रवाना किया जाएगा. इस दौरान प्रचार के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा.
यह भी पढ़ेंःबिहार का एक ऐसा गांव जहां मैट्रिक पास हैं सिर्फ एक, नक्सल प्रभावित जिगनी में अब तक नहीं पहुंचा 'विकास' - Lok Sabha Election 2024