शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के सबसे बड़े उपनगर संजौली में मस्जिद में हुए अवैध निर्माण के मामले में बुधवार को नया मोड़ आया. असदुद्धीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के नेता शोएब जमई ने कड़ी सुरक्षा वाली संजौली मस्जिद में प्रवेश किया और वहां बाकायदा वीडियो बनाकर ये दावा किया कि यहां आसपास की सभी इमारतें अवैध हैं. साथ ही कहा कि वे हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल करेंगे और किसी भी कीमत पर मस्जिद के शहीद नहीं होने देंगे. वीडियो के सोशल मीडिया पर जारी होने के बाद हिंदू संगठनों की तरफ से सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं आने लगीं तो संजौली मस्जिद कमेटी के मोहम्मद लतीफ सहित इमाम शहजाद मीडिया के सामने आए.
मस्जिद कमेटी ने शोएब जमई से किया किनारा
दरअसल शोएब जमई एआईएमआईएम पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष हैं. जमई का वीडियो वायरल होने के बाद मस्जिद कमेटी ने शोएब जमई के बयान को पूरी तरह से खारिज किया और कहा कि "ये भाजपा की बी-टीम है. मस्जिद कमेटी के पूर्व में प्रधान रहे मोहम्मद लतीफ ने कहा कि "ईमाम ये नहीं जानते थे कि दिल्ली से आया व्यक्ति कौन है. अब मस्जिद में नमाज पढ़ने से किसी को रोक नहीं सकते, लेकिन शोएब जमई को हिमाचल के बारे में पता नहीं है. यहां सभी बिल्डिंगों के नक्शे पास हुए हैं. वहीं, मस्जिद के इमाम शहजाद ने कहा कि वे शोएब जमई को नहीं जानते थे. शोएब बारह बजे के बाद वहां आया और उसने नमाज पढ़ी. यहां हम सभी सनातनी भाइयों के साथ मिलकर एक मंच पर इस विवाद को सुलझाना चाहते हैं."
संजौली मस्जिद के इमाम शहजाद ने कहा कि उन्हें ये नहीं पता कि यहां जितनी इमारतें बनी हैं उनके नक्शे पास हैं. हमें उनका मकसद नहीं पता था. हम नमाज के लिए किसी को मना नहीं कर सकते. उन्हें हिमाचल के माहौल का नहीं पता कि यहां सब मिलकर रहते हैं. हम उनकी बातों का सख्ती से खंडन करते हैं. हम सियासी दलों से अपील करते हैं कि हमारे हिमाचल में इस तरह की कोई बात ना करें. हमने किसी के दबाव में कोई फैसला नहीं लिया है हमने प्यार मोहब्बत से ये फैसला लिया है. हम मस्जिद में आज के बाद किसी को प्रवेश नहीं देंगे.
प्यार और भाईचारे का दिया पैगाम