उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में आज समाजवादी पार्टी की तरफ से एक प्रतिनिधि संभल जनपद में हुई हिंसा के पीड़ित लोगों से मिलने जाने वाला था. मुरादाबाद सपा सांसद रुचि वीरा को घर पर नजरबंद कर दिया गया. वहीं पुलिस ने कमाल अख्तर, असमोली विधायक पिंकी यादव मुरादाबाद जिलाध्यक्ष सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. सपा विधायक व पूर्व मंत्री कमाल अख्तर ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने उत्तर प्रदेश और देश के अंदर लोकतंत्र खत्म कर दिया है. लोगों के अधिकारों का सीधा-सीधा हनन हो रहा है.
सपा का संभल कूच; लखनऊ से दिल्ली बॉर्डर तक सपाइयों के कदमों पर पुलिस का ब्रेक, बड़े नेता हाउस एरेस्ट - SAMBHAL VIOLENCE LATEST UPDATES
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Nov 30, 2024, 10:11 AM IST
|Updated : Nov 30, 2024, 5:29 PM IST
संभल: यूपी के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा के बाद अब जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी. इस बीच समाजवादी पार्टी के 15 सदस्यीय डेलिगेशन नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय के नेतृत्व में आज संभल जाने वाला था. लेकिन, पुलिस प्रशासन ने लखनऊ से लेकर दिल्ली बॉर्डर तक सपाइयों के कदमों पर ब्रेक लगा दिए. समाजवादी पार्टी का यह डेलिगेशन संभल हिंसा की रिपोर्ट तैयार करने के लिए जा रहा था. जिसे उन्हें सपा मुखिया अखिलेश यादव को सौंपना था. मगर जिलाधिकारी संभल ने यूपी विधानसभा के नेता विरोधी दल माता प्रसाद पाण्डेय को जिले में निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला देते हुए आने से रोक दिया. लखनऊ में उनको हाउस एरेस्ट कर दिया गया है. उनके आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. सपा के प्रतिनिधिमंडल में नेता विधान परिषद लाल बिहारी यादव, सांसद श्याम लाल पाल, हरेन्द्र मलिक, रुचि वीरा, इकरा हसन समेत कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हैं. प्रतिनिधिमंडल में शामिल जो नेता जहां से संभल जाने की कोशिश कर रहा था उसे वहीं रोक दिया गया.
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मुरादाबाद सपा सांसद हाउस एरेस्ट; पुलिस ने नेताओं को बॉर्डर पर रोका
दिल्ली से संभल जाते हुए सपा सांसद इकरा हसन चौधरी को पुलिस ने रोका, वापस भेजा
संभल हिंसा के बाद समाजवादी पार्टी का एक डेलिगेशन संभल के लिए रवाना होना था. डेलिगेशन में समाजवादी पार्टी के कुछ सांसद दिल्ली से संभल जाने की सूचना पर हापुड़ के छिजारसी टोल प्लाजा पर भारी पुलिस बल सुबह से ही तैनात था. सुबह से भारी पुलिस बल छिजारसी टोल प्लाजा पर वाहनों की चेकिंग कर रहा था. दिल्ली की ओर से आने वाले वाहनों पर नजर रखी जा रही थी. कैराना लोकसभा सीट से सांसद इकरा हसन चौधरी दिल्ली से संभल के लिए जा रही थीं. पुलिस ने छिजारसी टोल प्लाजा पर सांसद इकरा चौधरी की गाड़ी को रोक लिया और वहीं से वापस भेज दिया. इस दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए सांसद इकरा चौधरी ने कहा कि हमें वहां पर स्थिति का जायजा लेने जाना था. लेकिन, पुलिस ने हमें यहीं पर रोक लिया है. पुलिस यहां से वापस भेज रही है लेकिन हम वहां पर जाएंगे जरूर. हमारा जाने के लिए पूरा प्रयास रहेगा. हमारे लोग परेशान हैं. उनकी परेशानी को जानने के लिए हम जरूर जाएंगे.
संभल जाने की कोशिश कर रहे सपा नेताओं को बरेली पुलिस ने हिरासत में लिया
संभल में हुए दंगे के पीड़ितों से मुलाकात करने के लिए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बरेली से जाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन, बरेली पुलिस ने उन्हें पार्टी कार्यालय से हिरासत में ले लिया. सभी को पुलिस लाइन ले जाया गया है. पुलिस को गच्चा देकर जिला अध्यक्ष शिवचरण कश्यप मोटरसाइकिल से संभल के लिए निकल गए पर उन्हें झुमका चौराहे पर पुलिस ने रोक कर सीबीगंज थाने की पुलिस ने हिरासत में ले लिया. उनके साथ कई और पदाधिकारी सहित महिला जिला अध्यक्ष भी सीबगंज थाने में मौजूद हैं. क्षेत्राधिकार प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को संभल जाने नहीं दिया जाएगा और किसी भी हालत में कानून व्यवस्था बिगड़ने नहीं दी जाएगी जो समाजवादी पार्टी के लोग संभल जाने की कोशिश कर रहे थे उन्हें हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेजा गया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.
संभल जा रहे सपा सांसद हरेंद्र मलिक को गाजियाबाद बॉर्डर पर पुलिस ने रोका, हाईवे पर लंबा जाम
दिल्ली गाजियाबाद बॉर्डर एनएच 9 मेरठ एक्सप्रेस-वे पर लंबा जाम लग गया है. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र से सपा सांसद हरेंद्र मलिक संभल जा रहे थे, जिन्हें गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने रोक दिया. समाजवादी पार्टी द्वारा नेता विपक्ष माता प्रसाद की अगुवाई में पांच सांसद समेत 15 नेताओं के प्रतिमंडल को संभल भेजने की घोषणा की गई थी. प्रतिनिधि मंडल में सांसद हरेंद्र मलिक भी शामिल हैं.
सांसद ने कहा कि "सरकार हमें आगे क्यों नहीं जाने दे रही, हम समझ नहीं पा रहे हैं. हम देश और प्रदेश के नागरिक हैं, अगर हम अपने प्रदेश में भी मूवमेंट नहीं कर सकते तो हम कहां मूवमेंट करेंगे. जिलाधिकारी संभल से मैं यह जानना चाहता हूं कि जिस दिन वहां ही घटना घटी थी उस दिन क्या कोई जनप्रतिनिधि था वहां ? अधिकारियों की सच्चाई सामने ना आए इसलिए हमें रोका जा रहा है. बड़ा ड्रैमेटिक घटनाक्रम है. सर्वे के बाद चार दिन तक कोई चर्चा नहीं हुई."
शांति-व्यवस्था के लिए संभल डीएम के 16 निर्देश, जिले में 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित
- कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति के जुलूस नहीं निकालेगा. रैली या विरोध प्रदर्शन नहीं करेगा.
- धार्मिक स्थलों पर तेज आवाज में लाउडस्पीकर नहीं बजा सकते हैं.
- कोई भी व्यक्ति जिले की सीमा में लाठी-डंडे एवं तेज धार वाले नुकीले शस्त्र का इस्तेमाल नहीं करेगा.
- कोई भी व्यक्ति दूसरे धर्म ग्रंथ का अपमान नहीं करेगा.
- कोई भी व्यक्ति किसी भी समुदाय की भावनाओं के विपरीत ऐसा कोई काम नहीं करेगा जिससे शांति व्यवस्था को खतरा पैदा हो.
- सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट करने वालों पर भी सख्ती बरती गई है.
- किसी भी व्यक्ति के मकान की छतों पर ईंट, पत्थर, सोडा वाटर की बोतल, ज्वलनशील पदार्थ, विस्फोटक सामग्री आदि जमा नहीं हो.
- कोई भी व्यक्ति ड्यूटी के दौरान किसी भी पुलिसकर्मी अथवा अधिकारी या कर्मचारी के साथ अभद्र व्यवहार या मारपीट नहीं करेगा.
- जिले में कोई भी दुकानदार चाइनीस मांझे की बिक्री नहीं करेगा.
- जिले में सार्वजनिक स्थानों पर पुतला जलाने पर भी रोक लगाई गई है.
- कोई भी व्यक्ति सरकारी भवनों पर धार्मिक या फिर राजनीतिक झंडा बैनर पोस्टर नहीं लगाएगा.
- कोई भी होटल स्वामी आदि किसी भी व्यक्ति को बिना आईडी प्रूफ के होटल अथवा गेस्ट हाउस में नहीं रुकाएगा.
- आतिशबाजी की बिक्री पर भी रोक रहेगी. कोई भी नई परंपरा नहीं लागू करेगा.
- सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने वाले पर कार्रवाई की जाएगी.
- बिजली आपूर्ति, जल आपूर्ति एवं आवागमन पर अवरोध उत्पन्न करने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी.
- सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.