संभल डीएम ने पेट्रोल पंपों मालिकों को लिए आदेश जारी किया है. डीएम ने कहा है कि स्थिति को देखते हुए अभी खुले में डीजल और पेट्रोल किसी को न दें. अगर किसी पेट्रोल पंप पर केन या डिब्बे में पेट्रोल-डीजल देते हुए पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
SAMBHAL VIOLENCE: तीसरे दिन स्कूल-कॉलेज खुले, इंटरनेट कल शाम 4 बजे खुलेगा, राहुल भी जाएंगे संभल
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Nov 26, 2024, 9:38 AM IST
|Updated : Nov 26, 2024, 8:05 PM IST
संभल:जिला कोर्ट के आदेश पर संभल की शाही जामा मस्जिद में 24 नवंबर को हुई हिंसा के तीसरे दिन मंगलवार को शांति व्यवस्था बहाल है. स्कूल-कॉलेज तो खुल गए हैं लेकिन, इंटरनेट सेवा बंद है. बाजार भी पूरी तरह से नहीं खुले हैं. जामा मस्जिद के पास भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है. कोतवाली और नखासा थाने में दर्ज कुल 7 मामले में 2750 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के पुत्र सुहैल इकबाल समेत 6 लोग नामजद किए गए हैं. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस रात भर दबिश देती रही. एक दिन पहले ही जामा मस्जिद के सदर एडवोकेट जफर अली को सोमवार को पुलिस ने हिरासत में लिया था. हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. जफर ने संभल हिंसा के लिए डॉ. वंदना मिश्रा और सीओ अनुज चौधरी को जिम्मेवार ठहराया था. इधर, संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने कहा है कि हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से ही की जाएगी. इस घटना पर सियासी माहौल भी गर्माया हुआ है. वहीं सपा का प्रतिनिधि मंडल तीन दिन बाद दौरा करेगा.
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खुले में डीजल-पेट्रोल बेचने पर लगी पाबंदी
मस्जिदों में मंदिर खोजने की कोशिश देश की शांति और सद्भाव के लिए खतरनाकः मौलाना मदनी
सहारनपुर : संभल में हुई हिंसा के दौरान पुलिस फायरिंग और हिंसा में मुस्लिम युवक की मौत पर जमीयत उलमा-ए-हिंद ने गहरी नाराजगी जताई है. जमीयत अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने इस घटना के लिए जहां प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है, जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. मदनी ने कहा कि मुस्लिम पक्ष को विश्वास में लिए बिना दूसरी बार सर्वे के लिए पहुंची टीम ने जांच की. पुलिस और हिंदू पक्ष के वकीलों के साथ मस्जिद के पास सड़कों पर भड़काऊ नारे लगाने वाले लोग भी थे. यह सुनते ही मुस्लिम युवक घरों से बाहर निकल आए और टकराव की स्थिति पैदा हो गई. स्थिति को नियंत्रित करने के बजाय पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिससे चार युवकों की मौत हो गई. हिंसा के दौरान अपनी जिम्मेदारी न निभाने वाले पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों तथा भड़काऊ नारे लगाकर भड़काने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए. मौलाना मदनी ने कहा कि हमने पहले ही चेतावनी दी थी कि मस्जिदों में मंदिर खोजने की कोशिश देश की शांति और सद्भाव के लिए खतरनाक है. जमीयत के दूसरे गुट के अध्यक्ष और पूर्व सांसद मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि भेदभावपूर्ण भी है. अगर कोई सरकार किसी समुदाय की जान और संपत्ति को कमतर समझती है तो यह संविधान और कानून का उल्लंघन है.
अखिलेश को को मुस्लिम समाज के हित व सुरक्षा से मतलब नहींः हरीश द्विवेदी
संभल की घटना को लेकर बस्ती के पूर्व सांसद और असम राज्य के भाजपा प्रभारी हरीश द्विवेदी ने कहा कि संभल में कोर्ट के आदेश के बाद टीम सर्वे करने गई थी. कोर्ट के आदेश का पालन करना सरकार की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि सपा सिर्फ विशेष वर्ग के वोट के लिए मामले में राजनीति कर रही है. सपा को उनके हित व सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के पिछड़ेपन व शिक्षा के लिए कांग्रेस व सपा जिम्मेदार है. हरीश द्विवेदी ने कहा कि अखिलेश यादव चोरी करते थे, इसलिए वह दूसरों को भी ऐसा ही समझ रहे हैं. वही, भाजपा के विधान परिषद सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि शांति और सहअस्तित्व भारतीय संस्कृति की पुरातन परंपरा है. इसलिए सहअस्तित्व का भाव सभी में जगाना होगा. MLC ने सम्भल दंगे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए दुख जताया.
मुद्दे से भटकाने के लिए संभल हिंसा की भाजपा ने रची साजिशः सपा प्रवक्ता
चन्दौली: सपा प्रवक्ता मनोज सिंह काका मंगलवार को निजी कार्यक्रमों में शामिल होने हुए चंदौली पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान संविधान दिवस पर सरकार पर जमकर निशाना साधा. संभल हिंसा के लिए उत्तर प्रदेश प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सीएम योगी को फेल बताया. मनोज सिंह काका ने कहा कि आज संविधान खतरे में है, लोकतांत्रिक मूल्यों पर पहरा है. हॉस्पिटल में नौनिहाल जलकर मर रहे है. युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा. लेकिन इन सब मुद्दों पर लोगों का ध्यान न जाए. इसलिए संभल जैसी हिंसा की साजिश रची जा रही है. हिंसा के दिन संभल से बाहर होने के बाद साजिश के तहत सपा सांसद जियाउर्रहमान के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ. भाजपा सरकार में फर्जी इंकाउंटर और फर्जी मुकदमें दर्ज करने का रिकार्ड बना है. उन्होंने कहा कि कई जगहों पर पुलिस ने मतदाताओं को मतदान करने से रोक दिया. मतदाताओं के सीने पर प्रशासन कि बंदूक थी.संविधान को नहीं मानने वाले लोग लोकतंत्र की हत्या करके सत्ता सुख चाहते हैं.
राहुल गांधी के संभल जाने के सूचना पर अमरोहा में पुलिस-प्रशासन अर्ल्ट
अमरोहाः लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के जनपद सम्भल जाने की सूचना को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा दिन भर हाईवे ब्रजघाट व चौपला आदि पर चेकिंग अभियान चलाया. जनपद सीमा पर ब्रजघाट में चेकिंग शुरू की. पुलिस ने प्रत्येक वाहन को रोककर गनता के साथ चेकिंग की. बसों व अन्य निजी वाहनों में भी चेकिंग कराई गई. इसके चलते हाइवे पर जाम जैसी स्थिति बन गई. इसके साथ ही जनपद की सभी सीमाओं की चौकसी बढ़ा दी गई. सीओ धनौरा श्वेताभ भास्कर, प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार, कस्बा इंचार्ज सुकर्मपाल सिंह राणा समेत अन्य पुलिसकर्मियों की टीम ने ब्रजघाट में चैकिंग कमान संभाली.
सपा नेताओं पर दर्ज हो राष्ट्रद्रोह का मुकदमाः स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती
वाराणसीः अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने संभल हिंसा को लेकर कहा है कि समाजवादी पार्टी के नेताओं ने जिस तरह से पूरी मामले को भड़काया है, उनके खिलाफ राष्ट्रध्वजों का मुकदमा दर्ज होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि ही नहीं बल्कि संभल में भगवान कल्कि का मंदिर, मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि, काशी में ज्ञानवापी विश्वनाथ मंदिर यह सभी स्थान हिंदुओं के हैं. यहां पर मौजूद मंदिरों को तोड़कर मस्जिदों का निर्माण करवाया गया है. इसे लेकर कानूनी लड़ाई लड़ी जा रही है. संविधान के आधार पर हम संविधान का सम्मान करते हुए इन जगहों पर संवैधानिक तरीके से जांच के बाद इनके लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. लेकिन कुछ लोग बेवजह माहौल बिगड़ने का काम कर रहे हैं.संभल में कोर्ट के आदेश पर सर्वे के कार्रवाई के दौरान कुछ समाजवादी पार्टी के नेताओं विधायकों और सांसदों ने माहौल बिगड़ने का काम किया है, वह सही नहीं है. उन्होंने कहा कि संभल में जिस जामा मस्जिद का सर्वे होना है ,वहां मंदिर था. अयोध्या, जन्मभूमि मथुरा और काशी विश्वनाथ मंदिर में जिस तरह से मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है.
राहुल गांधी के आने की आशंका पर अमरोहा में वाहनों की चेकिंग
अमरोहा: संभल में हुए बवाल के बाद रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के भी दौरा करने की चर्चा जोरों पर चल रही है. उनके संभल जाने के सूचना पर अमरोहा जनपद का पुलिस प्रशासन अर्ल्ट हो गया और दिल्ली-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलिस ने सघन चेकिंग शुरू कर दी है. अमरोहा जनपद व हापुड़ बॉर्डर पर पुलिस चेकिंग कर रही है. मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है.
हालात का जायजा लेने कांग्रेस नेता राहुल गांधी जा सकते हैं संभल
लखनऊ :एक तरफ समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के तीन दिन बाद संभल जाने की बात कही गई है, वहीं कांग्रेस नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी के संभल जाने की चर्चा है. बता दें कि संभल की घटना पर विपक्ष योगी सरकार पर लगातार हमलावर है. एक तरफ पुलिस-प्रशासन कह रहा है कि सपा सांसद और विधायक पुत्र ने दंगा भड़काया, वहीं सपा समेत तमाम दलों ने कहा है कि इस घटना के अधिकारी जिम्मेवार हैं. साथ ही 4 मौतों के लिए पुलिस प्रशासन को दोषी कहा है. मचे सियासी घमासान के बीच चर्चा है कि राहुल गांधी संभल हालात का जायजा लेने जा सकते हैं.
निष्पक्ष जांच की मांग, सपा प्रतिनिधि मंडल 3 दिन बाद संभल जाएगा
लखनऊ:समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने संभल में हुई हिंसक घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि घटना की निष्पक्ष और न्यायिक जांच ही सच्चाई उजागर कर सकती है. माता प्रसाद पांडे ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना की सच्चाई जानने और रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का गठन किया था. उनके नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल संभल जाने वाला था, लेकिन पुलिस महानिदेशक (डीजी) से बातचीत के बाद इस यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया. डीजी ने तीन दिन के भीतर मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है. माता प्रसाद पांडे ने कहा, हमने डीजी से पूछा कि सपा सांसद जियाउर्रहमान रहमान बर्क का नाम एफआईआर में क्यों शामिल किया गया, जबकि वह घटना के दिन संभल में मौजूद ही नहीं थे. डीजी का दावा था कि उन्होंने भड़काऊ भाषण दिया था. हमने उनसे पूछा कि आखिर भड़काऊ भाषण क्या होता है, जिस पर उन्होंने कहा कि है निष्पक्ष जांच कराएंगे.
माता प्रसाद पांडे ने आरोप लगाया कि पुलिस ने घटना के दौरान अपने निजी हथियारों से गोली चलाई, जिससे 4 लोगों की मौत हुई. उन्होंने कहा कि पुलिस अक्सर निजी हथियारों का इस्तेमाल करती है, जो मालखाने में रखे जाते हैं. कहा कि सरकारी बंदूक से गोली चलाने के मामले कम होते हैं, क्योंकि इसका हिसाब-किताब रखा जाता है. यह एक गंभीर मामला है और इसकी गहन जांच होनी चाहिए. माता प्रसाद पांडे ने 1991 के पूजा स्थल अधिनियम का हवाला देते हुए कहा कि इस कानून के बावजूद सांप्रदायिक घटनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, यह सरकार न संविधान को मानती है और न कानून को.भाजपा एक विशेष समुदाय के प्रति शत्रुता रखती है, जो समय-समय पर सामने आती है.
कहा कि तुर्क और पठान समुदायों के बीच कथित विवाद की कहानी पुलिस द्वारा गढ़ी गई है. माता प्रसाद पांडे ने कहा कि पुलिस खुद को बचाने के लिए झूठे दावे कर रही है. यह संभव नहीं है कि 4 लोगों की मौत एक-दूसरे पर गोली चलाने से हुई हो. यह स्पष्ट है कि इन मौतों के लिए पुलिस की गोली जिम्मेदार है.
डीआईजी मुनिराज ने कहा- हालात को देखते हुए इंटरनेट सेवा बहाल करने पर लेंगे निर्णय
संभल :शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान संभल में भड़की हिंसा के तीसरे दिन हालात सामान्य हो रहे हैं. डीआईजी संभल ने कहा है कि संभलमें स्थिति सामान्य है. दुकानें खुल गई हैं. आवागमन अच्छे से चल रहा है. वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है. इंटरनेट सेवा बहाल करने के संबंध में कहा कि आज के हालात को देखते हुए इस पर निर्णय लिया जाएगा.
सपा का प्रतिनिधिमंडल आज करेगा दौरा, अखिलेश को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
लखनऊ:संभल में हुई हिंसा की जानकारी लेने के लिए सपा का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को पहुंचेगा. सपा के मुताबिक प्रतिनिधिमंडल में माता प्रसाद पांडे, लाल बिहारी यादव, जावेद अली, राज्यसभा सांसद हरिंदर मलिक, लोकसभा सांसद रुचि वीरा, लोकसभा सांसद जिया उररहमान बर्क, लोकसभा सांसद नीरज मौर्य, लोकसभा सांसद नवाब इकबाल, विधायक पिंकी यादव, विधायक कमाल अख़्तर, विधायक जयवीर यादव, जिलाध्यक्ष मुरादाबाद शिवचरण कश्यप, जिलाध्यक्ष बरेली शामिल रहेंगे. प्रतिनिधिमंडल अपनी रिपोर्ट सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंपेगा.
संभल हिंसा पर देवकीनंदन ठाकुर बोले- अभी ये हालात तो 2044 में क्या होगा
मथुरा : प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने संभल हिंसा पर कहा है कि जिस तरह से हिंसा हुई, यह उचित नहीं है. यह डर हम सभी हिंदू और सनातनियों में है कि आज जब 2024 में कोर्ट के आदेश पर एजेंसी जांच करने के लिए जाती है तो हिंसा भड़क उठती है. कल्पना कीजिए, 2034-44 में क्या होगा. कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून होना चाहिए. इसीलिए हम सनातनी बोर्ड की मांग कर रहे हैं. कम से कम हम अपने सनातनी स्थानों को बचा सकें. साथ ही हिंसा में जो लोग शामिल हैं, उन्हेंबड़ी सजा मिलनी चाहिए.