साहिबगंज: जिला पुलिस दिल्ली से दो तस्कर रजनीश साह (29 वर्ष) और मोती पहाड़ी निवासी मो. अंसुल (45 वर्ष) को गिरफ्तार कर साहिबगंज ले आयी है. बोरियो प्रभाग के इंस्पेक्टर ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को दोनों को न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया गया है.
साहिबगंज के अहतू थाना की पुलिस अभी भी दिल्ली में कैंप कर रही है. पुलिस की मदद से 20 लड़कियों को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ा लिया गया है. 20 लड़कियों में छह बालिग है शेष 14 नाबालिग हैं. इन सभी लड़कियों को रेस्क्यू के बाद दिल्ली के बालिका गृह में अस्थायी रुप से रखा गया है. अहतू थाना के थाना प्रभारी अभी भी दिल्ली, हरियाण में छापेमारी कर रही है, जल्द ही सभी लड़किया को साहिबगंज लाया जाएगा. बता दें कि पुलिस को 34 लड़कियों की लिस्ट मिली है.
बोरियो प्रभाग के पुलिस निरीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि 24 जनवरी 2024 को अहतू थाना प्रभारी को लिखित आवेदन दिया गया कि वादी की दो नाबालिग (14 व 12 वर्ष) पुत्री को मोती पहाड़ी निवासी महेश साह, पथरा जमाई टोला निवासी रजनीश साह व मोती पहाड़ी निवासी अंसुल अंसारी बहला फुसलाकर काम दिलाने के लिए 7-7 हजार रुपया देकर दिल्ली ले गया. इस बीच बड़ी पुत्री से एक सप्ताह पहले बात हुई, जिसमें उसने बताया कि यहां उसका मन नहीं लग रहा. इसके बाद से बातचीत बंद हो गयी.
इस वादी के द्वारा उन एजेंट्स से छानबीन व खोजबीन का प्रयास किया लेकिन कुछ पता नहीं चलने पर वादी के आवेदन पर अहतू थाना में कांड संख्या 01/24 दर्ज किया गया. दिल्ली के झारखंड भवन स्थित एकीकृत पुनर्वास सह संसाधन केंद्र की नोडल ऑफिसर नचिकेता ने भी सूचित किया कि साहिबगंज के कुछ बच्चों को दिल्ली क्षेत्र में बेचा गया है. इधर बोरियो इंस्पेक्टर राजेश कुमार, पुअनि निरंजन कच्छप, सअनि मुकेश प्रसाद सिंह, पुअनि सोनी खालको, महिला आरक्षी शेषण दुलारी टोप्पो, जगबंधु महतो ने दिल्ली में नचिकेता से मुलाकात की. फिर एकीकृत पुनर्वास सह संसाधन केंद्र की नोडल ऑफिसर नचिकेता व मिशन मुक्ति फाउंडेशन व स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापामारी कर 14 नाबालिग व 6 बालिग सहित कुल 20 लड़कियों को मुक्त कराया गया. वहीं इस मामले में प्राथमिक आरोपी पथरा, जमाई टोला निवासी रजनीश साह (29 वर्ष) व मोती पहाड़ी निवासी मो अंसुल (45 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया.