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मध्य प्रदेश में खाद संकट गहराया, किसानों में मचा हाहाकार, बड़े आंदोलन की तैयारी

एमएसपी के बाद अब खाद को लेकर किसान संगठनों का विरोध पर आए हैं, सरकार को दे डाली ये चेतावनी

FARMERS PROTEST FOR DAP
मध्य प्रदेश में खाद संकट गहराया (Etv Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 4 hours ago

सागर : एक ओर किसान रबी की फसल की बुवाई के लिए परेशान हो रहा है तो दूसरी तरफ बोवनी के लिए जरूरी डीएपी खाद नहीं मिल रही है. हालात ये हैं कि कि सुबह से शाम तक खाद वितरण केंद्रों पर खाद मिलने की आस में लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं. इन्हीं हालातों को लेकर गुरुवार को बंडा में किसानों ने प्रदर्शन कर नाराजगी जाहिर की और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप कर चेतावनी दी है कि अगर किसानों को समय पर पर्याप्त खाद नहीं मिला, तो उग्र आंदोलन का सामना करना पड़ेगा.

फसल हो जाएगी बर्बाद

खाद को लेकर हो रहे आंदोलन की अगवाई बंडा के पूर्व विधायक तरवर सिंह लोधी ने की. पूर्व विधायक का आरोप है कि बंडा में अभी तक सिर्फ दो गाड़ी डीएपी खाद की आई है और अगर किसानों को समय पर खाद नहीं मिला तो उनकी फसल बर्बाद हो जाएगी. किसानों का कहना है कि वर्तमान में रबी फसलों की बुवाई का काम चल रहा है, जिसके लिए डीएपी खाद की जरूरत होती है. लेकिन किसानों को डीएपी खाद ना तो सोसायटी के माध्यम से मिल रही है और ना ही डबल लॉक से मिल रहा है. बंडा में अब तक सिर्फ दो गाड़ी खाद मिली है.

विरोध पर उतरे किसान (Etv Bharat)

'तो होगा बड़ा आंदोलन'

फिलहाल बंडा में खाद कहीं भी उपलब्ध नहीं है. ऐसे में किसान मजबूरी में फसलों की बुवाई बिना खाद के कर रहे हैं, जिससे फसलों का उत्पादन प्रभावित होगा. बाजार में नकली खाद दोगुने दाम पर बिक रहा है, जिसकी जांच कर अति शीघ्र कार्रवाई की भी मांग की गई. किसान संगठनों की चेतावनी है कि यदि समय से खाद उपलब्ध नहीं होता है, तो किसानों आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.

विरोध प्रदर्शन करते किसान संगठन (Etv Bharat)

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औने-पौने दामों पर खाद खरीदने मजबूर

पूर्व विधायक तरवर सिंह लोधी ने कहा, '' रबी सीजन के लिए भाजपा नेताओं ने भरोसा दिलाया था कि किसानों के लिए पर्याप्त खाद मिलेगी लेकिन आज बंडा विधानसभा में कहीं भी खाद नहीं है. स्थिति यह है कि गरीब किसान अपनी फसल की बुवाई के लिए व्यापारियों से खाद खरीदने के लिए मजबूर है और व्यापारी मौके का फायदा उठाकर मन माने दामों पर खाद बेच रहे हैं. हमारा प्रशासन से कहना है कि अगर किसानों को समय पर खाद नहीं मिली तो जिले में उग्र आंदोलन होगा.''

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