सागर।पिछले सात दशकों से सागर यूनिवर्सटी की ख्याति देश और दुनिया में फैलाने में अहम योगदान देने वाले फार्मेसी डिपार्टमेंट ने एक बार फिर यूनिवर्सिटी की ख्याति में चार चांद लगाने का काम किया है. दरअसल एडुरैंक द्वारा हाल ही में जारी 2024 की देश के शैक्षणिक संस्थानों की रैकिंग में यूनिवर्सटी के फार्मेसी डिपार्टमेंट को रिसर्च और स्टडी के क्षेत्र में टाॅप टेन संस्थानों में शामिल किया है. गौरतलब है कि फार्मेसी डिपार्टमेंट पहले भी एनआईआरएफ रैकिंग में 11 वां स्थान हासिल कर चुका है और यहां प्रोफेसर संजय जैन को राष्ट्रपति विजिटर अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है.
फार्माकोलॉजी रिसर्च में टॉप 10 में यूनिवर्सिटी
एडुरैंक संस्था ने देशभर के शैक्षणिक संस्थानों की 2024 की रैंकिंग जारी की है. इसमें डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के फार्मेसी विभाग को स्टडीज और रिसर्च के क्षेत्र में देश के पहले दस संस्थानों में स्थान मिला है. वहीं यूनिवर्सिटी को बायोटेक्नोलॉजी में देशभर में 17 वां, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग स्टडीज और रिसर्च में 25 वां और नैनो टेक्नोलॉजी में 33 वीं रैंकिंग मिली है. इसके अलावा बायो इन्फार्मेटिक्स एंड काम्प्यूटेशनल बायोलॉजी में देश में 16 वीं, वायरोलॉजी में 22 वीं, बायोफिजिक्स में 26 वीं, कॉसमेटोलॉजी में 13 वीं और साइकियाट्री में 18 वीं रैंकिंग मिली है. केमिकल इंजीनियरिंग, माइक्रोबायोलॉजी, एन्टोमोलोजी, ऑनकोलॉजी एंड कैंसर रिसर्च, न्यूरोसाइंस, जेनेटिक्स, रेडिएशन थेरेपी, प्लास्टिक सर्जरी, इम्यूनोलॉजी, एनेस्थीसियोलॉजी में रिसर्च के लिए देश भर में टॉप 50 में जगह मिली है.
183 देशों के शैक्षणिक स्तर की रैंकिंग जारी करती है एडुरैंक
जहां तक एडुरैंक की बात करें तो एडुरैंक एक स्वतंत्र संस्था है, जो दुनिया के 183 देशों की शैक्षणिक संस्थानों की रैंकिंग जारी करती है. इसमें शैक्षणिक संस्थानों की रैकिंग के लिए रिसर्च पब्लिकेशन और साइटेशन के आधार पर रिसर्च आउटपुट, एडमिस्ट्रेटिव रेपुटेशन और एलुमनाई के प्रभाव जैसे मापदंड शामिल किए जाते हैं. रैंकिंग में रिसर्च से जुडे 78 विषयों को शामिल किया गया है. एडुरैंक की रैकिंग अलग-अलग विषयों के उपविषयों में होने वाली रिसर्च और पब्लिकेशन को मानक मानकर की गई है.
पिछले 7 दशकों से फार्मेसी विभाग का जलवा
देश के प्रमुख फार्मेसी संस्थानों में शामिल डाॅ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर का फार्मेसी विभाग पिछले 70 सालों से फार्मेसी एजुकेशन और रिसर्च के क्षेत्र में देश और दुनिया में प्रतिभा का लोहा मनवाता आया है. विभाग के विशेषज्ञ शिक्षकों ने दुनिया भर में सागर यूनिवर्सिटी का मान बढाया है. फार्मेसी एजुकेशन के पितामह प्रोफेसर एम एल श्राॅफ ने यहां पर विभागाध्यक्ष के तौर पर सेवाएं दी हैं. उनके साथ पद्मश्री प्रो. हरकिशन सिंह ने अपने ज्ञान और शोध के चलते विभाग को दुनिया भर में मशहूर किया है. यहां के शिक्षकों ने नोवल ड्रग डिलेवरी, कम्प्यूटर एडेड ड्रग डिजाइन, मेडिसिनल प्लांट रिसर्च, मेडिसिनल केमेस्ट्री के क्षेत्र में कई उपलब्धि हासिल की हैं. विभाग ने रिसर्च के क्षेत्र में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पेंटेट हासिल किए हैं. यूनिवर्सिटी के फार्मेसी डिपार्टमेंट के प्रो. संजय जैन राष्ट्रपति के विजिटर अवार्ड से सम्मानित हो चुके हैं.