जयपुर. राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को नामांकित किया है. राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने से न केवल कांग्रेस, बल्कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं और इंडिया अलाइंस में नई ऊर्जा का संचार हुआ है. सचिन पायलट ने कहा कि राहुल गांधी ने संसद के अंदर और बाहर लगातार चुनौती दी और लोगों की आवाज बने.
राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष बने हैं तो विपक्ष की उम्मीदें बढ़ गई हैं. लाखों करोड़ों लोग, जिन्होंने लोकतंत्र को जीवित रखने के लिए और संविधान को सुरक्षित रखने के लिए इंडिया अलाइंस को वोट डाला था, उनको उम्मीद बंधी है कि अब राहुल गांधी सच की लड़ाई लडेंगे. पायलट ने कहा कि राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने से न केवल कांग्रेस को ताकत मिलेगी, बल्कि उस सोच को ताकत मिलेगी, जो देश में अमन चैन, भाईचारा की बात करते हैं.
डिप्टी स्पीकर पद विपक्ष को मिले :सचिन पायलट ने कहा कि सरकार का रवैया सही नहीं है. परंपरा यह है कि अगर स्पीकर सत्ता पक्ष का बनता है, तो डिप्टी स्पीकर पद विपक्ष को मिलना चाहिए. हमारी सरकार के समय डिप्टी स्पीकर विपक्ष का था. हमारे समय पर स्वच्छ परंपरा के तहत ऐसा हुआ है. पायलट ने कहा कि यह एक मिली जुली सरकार है. किसी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला. भाजपा जब चुनाव लड़ रही थी. तब उनके पास 303 सांसद थे. आज 240 रह गए हैं. 65 सांसद कम हुए. कांग्रेस पार्टी के 55 से 102 सांसद बने.