धर्म के नाम पर बांट रही बीजेपी, चुनाव में मुद्दों से लोगों को डायवर्ट करना इनका काम: सचिन पायलट - Sachin Pilot in Bilaspur
सचिन पायलट ने गुरुवार को बिलासपुर कांग्रेस प्रत्याशी देवेन्द्र यादव के समर्थन में रोड शो किया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा. सचिन पायलट ने कहा कि बीजेपी मुद्दे से डायवर्ट करने का काम करती है.
बिलासपुर में सचिन पायलट का रोड शो (ETV Bharat chhattisgarh)
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट गुरुवार को बिलासपुर पहुंचे. यहां उन्होंने बिलासपुर लोकसभा प्रत्याशी देवेंद्र यादव के समर्थन में रोड शो किया. साथ ही जनता से वोट की अपील की. इस दौरान सचिन पायलट ने भाजपा पर जमकर हमला बोला. सचिन पायलट ने शिव और राम को लेकर पीएम मोदी के बयान और राधिका खेड़ा विवाद पर बीजेपी पर पलटवार किया.
धर्म के नाम पर बांट रही बीजेपी:पायलट ने कहा कि, "पहले दो चरणों में काफी बढ़त कांग्रेस और इंडिया अलायंस को मिली है. भाजपा इससे बौखलाई हुई है. इसलिए अलग-अलग बेबुनियाद बातें कर रही है. गरीब महिलाओं को एक लाख रुपए देने की घोषणा कांग्रेस ने जब से की है, तब से भाजपा के पेट में दर्द हो रहा है. मोदी जी कभी भी अपने भाषण में जनता से जुड़ी बातें नहीं करते. वो आस्था और धर्म के नाम पर वोट मांग रहे हैं. चुनाव में चर्चा और जनता के मुद्दे होने चाहिए. हमारा मैनिफेस्टो जनता के लिए है."
"देश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बन गया है. देश में भाजपा से ज्यादा सीट कांग्रेस जीतकर ला रही है. भाजपा जानबूझकर जज्बाती, धार्मिक मुद्दों को लाकर असल मुद्दों से लोगों को डायवर्ट करना चाहती है, लेकिन देश खाद-बीज, महंगाई, रोजगार, सड़क, चिकित्सा, शिक्षा पर चर्चा कर रहा है. पैसा गरीबों के जेब में जाए, यह कांग्रेस का लक्ष्य है.": सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी
बीजेपी मुद्दे से डायवर्ट करती है: आगे सचिन पायलट ने कहा कि, "हम लोग सबको साथ लेकर चल रहे हैं. भाजपा बेबुनियाद और बेवजह के मुद्दे उठाकर चर्चा को डायवर्ट करना चाहती है. कांग्रेस चाहती है संवाद हो, विकास और काम के मुद्दे पर बातचीत हो. छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनी, लेकिन वे कोई छाप नहीं छोड़ पाई. पूरी पार्टी एकजुट है और हम चुनाव जीतकर आएंगे. 16 लाख करोड़ रुपए जब चंद लोगों का माफ हो सकता है, तो देश के गरीब परिवारों का पैसा हम क्यों नहीं दे सकते हैं. हम एमएसपी पर कानून बनाना चाहते हैं. गरीबों का आय दुगना करना चाहते हैं."