धौलपुर. जिले के राजाखेड़ा उपखंड के मरैना कस्बे में पानी-बिजली की समस्या को लेकर शुक्रवार को स्थानीय लोगों का धैर्य जवाब दे गया. समस्या से आंक्रोषित लोगों ने राजाखेड़ा- धौलपुर मार्ग पर जाम लगा दिया, जिससे करीब एक घंटे तक रोड के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतार लग गई. मामले की भनक लगते ही दिहोली थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई. इस दौरान पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा.
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि दिहोली थाना क्षेत्र के मरैना कस्बे में विगत करीब हफ्ते भर से नल नहीं आने के कारण लोगों को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. भीषण गर्मी में पानी की एक-एक बूंद के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं. बिजली की अघोषित कटौती की वजह से पेयजल विभाग द्वारा नलों में सप्लाई नहीं दी जा रही है. खेतों पर लगे ट्यूबवेल एवं कुआं के माध्यम से ग्रामीण पानी के लिए मशक्कत कर रहे हैं.
पढ़ें :बिजली कटौती को लेकर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, घेराव कर की नारेबाजी
समस्या को लेकर कई मर्तबा पेयजल विभाग के अधिकारियों को भी अवगत करा दिया है, लेकिन गर्मी का पूरा सीजन निकल गया. जिम्मेदार अधिकारियों ने समस्या से निजात नहीं दिलाई है. शुक्रवार को ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे गया और मरैना कस्बे में राजाखेड़ा धौलपुर मार्ग पर जाम लगा दिया. जाम में महिलाएं भी शामिल हो गईं. पेयजल विभाग और विद्युत निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर हंगामा किया. हाथों में बर्तन लेकर महिलाओं ने आक्रोश व्यक्त किया.
मामले की खबर सुनकर स्थानीय दिहोली थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन पुलिस को भी ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. पुलिस को ग्रामीण महिलाओं ने खरी-खोटी सुनाई. ग्रामीण पेयजल एवं विद्युत निगम के अधिकारियों को मौके पर बुलाने के लिए अड़ गए. जाम लगने से वाहनों की दोनों तरफ लंबी-लंबी कतारें लग गईं. थाना प्रभारी परमजीत सिंह पटेल ने ग्रामीणों को समस्या समाधान का आश्वासन देकर जाम को खुलवाया. उन्होंने बताया कि मरैना में पानी की समस्या को लेकर लोगों द्वारा सड़क पर जाम लगाया था, जिसको लेकर पुलिस ने लोगों से समझाइश कर जाम को खुलवा दिया है. स्थानीय ग्रामीणों को पेयजल एवं बिजली समस्या से निजात दिलाई जाएगी.