सागर: बीजेपी के गढ़ बुंदेलखंड में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. खासकर संभागीय मुख्यालय सागर में लड़ाई सड़कों पर आ गई है. दिग्गज नेता इस कदर आक्रोशित हैं कि खुलेआम नाराजगी जता रहे हैं. वहीं सरकार और संगठन ने ऐसे चुप्पी साध रखी है जैसे कि कहीं कुछ हुआ ही नहीं है. पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव के बाद अब पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह तो मानो ताल ठोककर दो-दो हाथ करने को तैयार हैं. पिछले दिनों जहां उन्होंने पुलिस पर अपने करीबियों की जासूसी का आरोप लगाया, वहीं सागर शहर में दीपावली मिलन समारोह आयोजित कर स्थानीय विधायक को एक तरह से चुनौती दे दी है. वहीं उनके विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में आए पूर्व विधायक अरूणोदय चौबे को लेकर उन्होंने कह दिया कि भले ही पार्टी ने उन्हें शामिल कर लिया है, व्यक्तिगत रूप से मैं उन्हें स्वीकार नहीं कर पाऊंगा.
पूर्व गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह के दीपावली मिलन समारोह से हड़कंप
आम तौर पर शांत रहने वाले पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह की बात करें, तो वे इतने मुखर और नाराज पहले कभी नजर नहीं आए. लगता है कि स्थानीय स्तर पर चल रही गुटबाजी को लेकर उनमें नाराजगी है. नहीं तो शायद ही कभी भूपेन्द्र सिंह पार्टी के किसी निर्णय के खिलाफ खड़े नजर आए. दरअसल इन दिनों सागर नगर निगम के हर वार्ड में भूपेन्द्र सिंह और उनके समर्थकों द्वारा दीपावली समारोह का आयोजन किया जा रहा है. शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में भूपेन्द्र सिंह के दो बयान जमकर सुर्खियां बटोर रहे हैं. एक बयान में उन्होंने कहा कि किसी को घबराने की जरूरत नहीं है. मैं सागर से चुनाव लड़ने वाला नहीं हूं. मैं जो कुछ भी करता हूं, चोरी छिपे नहीं करता हूं. उनके इस बयान को तो स्थानीय राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है. लेकिन उनका दूसरा बयान पार्टी के लिए चिंता का सबब हो सकता है. क्योंकि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में खुरई के पूर्व विधायक अरूणोदय चौबे के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने पर सवाल खड़े किए हैं.
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